Ranchi: राज्यभर में मॉनसून सक्रिय हुआ है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण पिछले 24 घंटे से राजधानी रांची में लगातार बारिश हो रही है. यह बारिश साधन संपन्न लोगों को सुखद लग सकती है, लेकिन गरीबों और रिम्स में भर्ती मरीजों के लिए यह बरसात आफत लेकर आयी है. लगातार.इन ने रिम्स के विभिन्न विभागों में जाकर मरीजों की हालत देखी, जहां सीमित संसाधनों के साथ मरीज बारिश और पानी से अपना बचाव कर रहे हैं.
न्यूरो सर्जरी विभाग के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी
रिम्स के पुराने बिल्डिंग के तीसरे तल्ले पर न्यूरो सर्जरी विभाग है. इस विभाग में सबसे ज्यादा मरीज भर्ती हैं. वार्ड में जगह भर जाने के कारण मरीजों का इलाज फर्श पर होता है. मरीज किसी तरह भर्ती तो हो जाते हैं, लेकिन यहां इलाज कराना किसी चुनौती से कम नहीं है. गुरुवार रात से हो रही बारिश के कारण मरीज किसी तरह अपना बचाव कर रहे हैं.
केस स्टडी
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इचाक से आयी बेसली देवी के परिजन बेड शीट से कर रहे हैं बचाव
बारिश के कारण हजारीबाग जिले के इचाक थाना की रहने वाली बेसली देवी के परिजन परेशान हैं. सड़क हादसे में घायल बेसली के सिर पर चोट लगी है. बारिश तेज हुई तो परिजनों ने टेम्पररी बेड शीट (ट्रॉली कवर) से अपने मरीज को ढक कर बचाया. 27 जुलाई की रात उसे यहां भर्ती किया गया है.
लेकिन इलाज के लिए परिजनों को परेशानी उठानी पड़ रही है. कुछ इसी तरह की समस्या से गढ़वा के मरीज साधुचरण भी जूझ रहे हैं.सड़क हादसे में चोटिल हुए. फर्श पर बेड मिला. बारिश के कारण बेड हटाना पड़ा. परिजनों ने उन्हें भीगने से बचाने के लिए कॉरिडोर के कोने में बैठा कर रखा है. आसमान में टकटकी लगी है कि बारिश रुके तो फिर पुरानी जगह पकड़ी जाये.
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एमआरआई जांच घर में दिनेश को मिला छतरी का सहारा
मरीज दिनेश का इलाज रिम्स के मेडिसिन विभाग में चल रहा है. चिकित्सक ने एमआरआई कराने की सलाह दी. जांच जरूरी थी. ऐसे में मरीज के परिजन जांच के लिए दिनेश को रैन बसेरा के पास हेल्थ मैप जांच घर ले गये. बारिश तेज थी, सो बचने के लिए छाते का सहारा लेना पड़ा.
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रिम्स की पुरानी बिल्डिंग पानी से लबालब
रिम्स की पुरानी बिल्डिंग मूसलाधार बारिश के बीच लबालब भर गयी. तस्वीर को देखकर आप समझ सकते हैं कि मॉनसून की इस बारिश ने रिम्स परिसर को इक कदर तालाबनुमा बना दिया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
रिम्स परिसर में जलजमाव के मामले पर जब लगातार डॉट.इन के संवादाता ने जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा के सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि मैं भी मानता हूं कि बारिश में मरीजों को परेशानी हो रही है. जलजमाव अस्पताल के लिए अभिशाप बन गया है. इससे मुक्ति के लिए क्या व्यवस्था होनी चाहिए. इसपर प्रबंधन से बातचीत की जाएगी.
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