Khunti: बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र उपायुक्त शशिरंजन को सौंप दिया. इस पत्र में सुखराम मुंडा ने अपनी दयनीय स्थिति का हवाला देते हुए सरकार से 9 मांगें रखी हैं. इसमें स्टेडियम में उनका जमीन अधिग्रहण के बदले जमीन देने की बात हुई थी जो अब तक नहीं मिला.
इसे भी पढ़ें– एलजेपी में जारी घमासान को लेकर चिराग पासवान ने की PC, चाचा पशुपति पारस के साथ विवाद को लेकर रुख किया साफ
बताया जाता है कि सुखराम मुंडा के बच्चों को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी में नौकरी दी गयी थी. प्रोन्नती का आश्वासन भी मिला था, लेकिन वर्षों बीतने के बाद भी अब तक प्रोन्नती नहीं हुई. उनकी मांग है कि बिरसा मुंडा के नाम पर चल रहे एयरपोर्ट, विश्वविद्यालय और पार्क सहित अन्य संस्थानों से रॉयल्टी दिया जाए. वहीं पोती जौनी मुंडा सब्जी बेच कर पढ़ाई करती हैं. वह स्नातक कर चुकी हैं. उसे भी नौकरी दिया जाय. साथ ही उलिहातु गांव को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए.
इसे भी पढ़ें– सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, अडानी के खिलाफ ईडी जांच होनी चाहिए, लेकिन पीएम मोदी अफसरों की निष्पक्षता जांच लें
अर्जुन मुंडा से मदद की गुहार
दूसरी ओर खूंटी विहिप को भी स्थानीय विधायक नीलकंठ मुंडा और केन्द्रीय मंत्री सह सांसद अर्जुन मुंडा को पत्राचार कर बिरसा मुंडा के वंशजों की माली हालत को देखते हुए मदद की गुहार लगानी पड़ी. केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा जनजातीय मामले के मंत्री भी हैं. इसके बाद भी बिरसा मुंडा के वंशजों के लिये संज्ञान नहीं लिये जाने से तरह-तरह की चर्चा होने लगी है.
इसे भी पढ़ें– रांची DC ने अधिकारियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का दिया निर्देश