- एनएसएस के स्वयंसेवक करते हैं मानव हित का कार्य: बन्ना गुप्ता
- स्वयंसेवकों ने कोविड-19 में उत्कृष्ट कार्य किया: डॉ कामिनी कुमार
Ranchi: रांची यूनिवर्सिटी और यूनिसेफ की ओर से एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार के माध्यम से कोरोना काल में कार्यरत सभी एनएसएस के कार्यकर्ताओं को समानित किया गया. साथ ही इस दौरान म एनएसएस के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई. वेबिनार में डॉ प्रियंका सिंह ने वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए कार्यों को प्रस्तुत किया. राज्य के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता इस समीक्षा बैठक में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.
स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक कोरोना काल में देश के ऊपर आई आफत की घड़ी में आगे आये. हमारे सामूहिक प्रयास से कोविड-19 का दूसरा चक्र समाप्ति की कगार पर है. लेकिन हमें वैज्ञानिकों के सुझाव कोविड-19 के तीसरे लहर को हल्के में नहीं लेना है.
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने इंसान को इंसान से दूर कर दिया. जापानी टेक्नोलॉजी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सभी देशों ने इसे स्वीकार किया है. स्वास्थ्य मंत्री ने प्रकृति संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात कही.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि कोरोनाकाल की महामारी में एनएसएस के स्वयंसेवकों ने उत्कृष्ट सामाजिक कार्य किया है. कोविड-19 महामारी के दौरान मास्क वितरण, समाजिक दूरी बनाना, जागरूकता ,वैक्सीन टीकाकरण में सहभागिता जैसे अनेकों कार्य किया है.
भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग के संयुक्त सचिव असित सिंह ने कहा कि झारखंड में भी एनएसएस के कार्यों में काफी कॉर्डिनेशन है, एवं काफी सराहनीय कार्य हो रहे हैं.
बिहार और झारखंड के एनएसएस क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कहा कि झारखंड के स्वयंसेवकों ने कोरोनाकाल में अच्छी पहल की है. वेबिनार का संचालन करते हुए राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक वगैर किसी स्वार्थ के कार्य करते हैं.
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