Sahibganj : समाहरणालय सभागार में 27 मार्च को उपायुक्त राम निवास यादव की अध्यक्षता में ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों के समक्ष जंगल में आग लगने पर उसकी रोकथाम को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया. वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी ने कहा कि जंगल में दो वजह से आग लगती है. पहला कारण प्राकृतिक तथा दूसरा दुर्घटनावश है. महुआ चुनने या अन्य किसी काम से जंगल गए ग्रामीणों द्वारा लगाई जाने वाली आग दूसरा कारण है. आग लगने से वन संपदा समेत वन्यजीवों को नुकसान पहुंचता है. जंगल में आग लगाने से बचना चाहिए.
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जंगल में आग लगने से रोकथाम के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा. जंगल की सुरक्षा हम सभी का दायित्व है. महुआ चुनने या अन्य काम से जंगल जाने वाले ग्रामीण आग लगाने से बचें. जंगल के रास्ते से गुजरते समय बीड़ी व सिगरेट के जलते हुए टुकड़े न फेंके. सूखे पत्तों में आग लगने की ज्यादा संभावना रहती है. वनों के निकट खेतों में भी आग लगाने से बचें. खेतों में आग लगाए जाने पर जंगल में भी फैलने की संभावना रहती है. बैठक में ज़िला परिषद् अध्यक्ष मोनिका किस्कू, अपर समाहर्ता विनय मिश्र, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन गुप्ता, सीए डॉ. मोहन पासवान, फॉरेस्ट रेंजर जितेंद्र उपाध्याय समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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