Sahibganj : साहिबगंज ज़िले की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल देखना हो तो बरहरवा प्रखंड के इस्लामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के जर्जर भवन को देखकर पूरे महकमे का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. पांच सालों से केन्द्र के जर्जर भवन की मरम्मत नहीं हुई. केन्द्र की ऊपरी छत और दूसरे इलाके गंदगी से पटा पड़ा है. प्रखंड कार्यालय से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस्लामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के क्षेत्र में आता है. इसके बावजूद बीमार अस्पताल के इलाज़ के लिए कोई क़वायद नही की गई. मंडरो प्रखण्ड के सिरसा स्वास्थ्य केंद्र की हालत भी इस्लामपुर पीएसची जैसी ही है.
डॉक्टर कम, स्वाथ्य सेवा बेदम
उधर स्वास्थ्य विभाग की माने तो पूरे जिले में फिलहाल कुल 37 डॉक्टर पदस्थापित है. चार डॉक्टरों के ऊपर विभागीय कार्रवाई चल रही है. एक डॉक्टर पर निलंबन की कार्रवाई चल रही है. जिले में कुल 196 एनएचएम और एएनएम हैं. साहिबगंज सदर अस्पताल सिर्फ 10 डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है. साफ़ है पंचायत से लेकर प्रखंड और प्रखंड से लेकर ज़िला स्तर तक के अस्पतालों में डॉक्टरों की घोर कमी है. अस्पतालों में ज़्यादातर सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मलेरिया, कालाजार से ग्रसित मरीज़ आते हैं.
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए स्टाफ क्वार्टर भी कछुआ चाल की गति से निर्माणाधीन पड़ा है. सदर अस्पतालों में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के क्वार्टरो में अधिकतर अनुबंधकर्मी रह रहे हैं. जिसे लेकर भी अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई.