Saraikela : नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉक्टर गोपा के नायर ने गुरुवार को सरायकेला खरसावां जिले के अपने एक दिवसीय दौरे के क्रम में नाबार्ड से चल रहीं विभिन्न योजनाओं की गुणवत्ता और प्रगति का जायजा लिया. सीजीएम के साथ नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक सिद्धार्थ शंकर भी शामिल रहे. डॉ गोपा के नायर ने चांडिल प्रखंड के हेन्साकोचा पंचायत के दुर्गम पहाडी क्षेत्र पर अवस्थित टोला कदमबेडा, माचाबेडा, दिग्दा, लकड़ाकोचा गांव का भ्रमण किया. नाबार्ड द्वारा दो टोला कदमबेडा व माचाबेडा में रहनेवाले सभी 73 पहाड़िया आदिम जाति के परिवारों के घरों को रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रमोशनल फंड के अंतर्गत सौर विद्युतीकरण से रौशन किया गया है. नाबार्ड द्वारा फार्म सेक्टर डेवलपमेंट फंड के अंतर्गत पेयजल तथा कृषि की सुविधा के लिए पक्के चुए, तालाब, डोभा, पॉली नर्सरी का निर्माण करवाया गया है.
सबर व महाली समुदाय के हैंडीक्राफ्ट आर्टिजन योजना का भी किया भ्रमण
डीडीएम सिद्धार्थ शंकर ने कहा इन आदिम जनजाति समुदायों के विकास के लिए विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय की आवश्यकता है. इसके अलावा मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड ने नीमडीह प्रखंड में सबर और महली समुदाय के हैंडीक्राफ्ट आर्टिजन के लिए चलाए जा रहे ओएफपीओ योजना का भी भ्रमण किया. इन कारीगरों द्वारा कांसी घास और बांस के कई प्रकार के सजावट और घरेलू उपयोग सामान बनाए जा रहे हैं. मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड ने केतुंगा, समानपुर इत्यादि गांव का दौरा किया और कारीगारों का उत्साहवर्धन किया. योजना के अंतर्गत नाबार्ड द्वारा इन कारीगरों को प्रशिक्षण, क्षमता विकास इत्यादि के साथ साथ विभिन्न प्रकार के मशीन-यन्त्र, सामुदायिक उत्पादन केंद्र, विपणन इत्यादि के लिए वित्तीय सुविधाएं प्रदान किया जा रहा है.