Ranchi: राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स स्थित क्षेत्रीय नेत्र संस्थान ने पीजी डॉक्टरों के लिए एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया. हैदराबाद से सेंटर फॉर साइट के डायरेक्टर डॉ. संतोष जी होनवार ने पीजी छात्रों और वरीय चिकित्सकों को नेत्र संबंधी विकार की जानकारी दी. उन्होंने आंख के ऊपर होने वाले ट्यूमर और आंख के प्लास्टिक सर्जरी के विषय में जानकारी देने का काम किया है. इसके साथ ही नेत्र के इलाज में नई तकनीक और चिकित्सा पद्धति के विषय में भी बताया.
रेटिनोब्लास्टोमा के कारण बच्चों को होता है आंख का कैंसर
डॉ. संतोष जी होनवार ने कहा कि भारत में प्रत्येक दस हजार बच्चों में एक बच्चे को रेटिनोब्लास्टोमा होती है. आम बोलचाल की भाषा में इसे आंख का कैंसर कहते हैं. साल में 5 से 6 हजार नए मामले सामने आते हैं. प्रारंभिक जांच में पता होने पर इलाज संभव है. आंखों की रौशनी बचाई जा सकती है, देर होने पर आंख निकालनी पड़ती है. बच्चों के डॉक्टर के पास नहीं, बल्कि आंखों के डॉक्टर के पास जाना चाहिए, ताकि आंखों की रौशनी बचाई जा सके.
डॉ. संतोष जी होनवार का हमारे बीच होना बड़ी बात
साइंटिफिक कमेटी झारखंड की चेयरमैन और झारखंड की वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. भारती कश्यप ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि हमारे राज्य का रिम्स पठन-पाठन का कार्य बेहतर तरीके से कर रहा है. डॉ संतोष जी होनवार आरपी सेंटर एम्स और विदेशों से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं. आंखों के प्लास्टिक सर्जन हैं. उनका हमारे बीच होना एक बड़ी बात है. राज्यभर के नेत्र की पढ़ाई करने वाले छात्र को उनके लेक्चर से काफी फायदा होगा.
रिम्स को उच्चस्तरीय नेत्र चिकित्सा संस्थान के रूप में विकसित करना उद्देश्य
वहीं रिम्स के नेत्र विभाग के एचओडी डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि गेस्ट लेक्चरर के रूप में डॉक्टर संतोष जी होनवार का हमारे बीच होना काफी लाभदायक साबित हुआ है. रिम्स को उच्चस्तरीय नेत्र चिकित्सा संस्थान के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है. कॉर्निया ट्रांसप्लांट को लेकर हम लोग काम कर रहे हैं. 2018 में रिम्स में इसकी शुरुआत हुई थी. 2 साल कोरोना महामारी के कारण थोड़ी परेशानी जरूर हुई थी, लेकिन अब तक 80 लोगों का सफलतापूर्वक कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया जा चुका है.
ये रहे मौजूद
आज के कार्यशाला में रिम्स के छात्रों के अलावा बोकारो जनरल हॉस्पिटल, गांधीनगर सीसीएल हॉस्पिटल, कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में डीएनबी कर रहे छात्र शामिल हुए. वहीं रिम्स के नेत्र विभाग के डॉ. राहुल प्रसाद, डॉ. अभिषेक सिन्हा के अलावा अन्य चिकित्सक मौजूद रहे.
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