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SC ने कहा, टैक्टर रैली पुलिस का मामला, अदालत आदेश पारित नहीं करेगी,  केंद्र ने वापस ली याचिका

 NewDelhi : केंद्र सरकार ने आज उस समय सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप के अनुरोध वाली याचिका वापस ले ली, जब   कोर्ट द्वारा 26 जनवरी को किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को पुलिस का मामला बताया गया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 26  की ट्रैक्टर रैली को लेकर सरकार द्वारा दायर याचिका पर कहा, आप प्राधिकार हैं और आपको इससे निपटना है, इस पर आदेश पारित करना अदालत का काम नहीं है. इसके बाद केंद्र ने याचिका वापस ले ली. वकील प्रशांत भूषण ने चीफ जस्टिस को बताया कि किसान केवल बाहरी रिंग रोड पर शांतिपूर्ण तरीके से गणतंत्र दिवस मनाना चाहते हैं. उनका शांति को भंग करने का कोई इरादा नहीं है. प्रशांत भूषण आठ किसान यूनियनों की ओर से पेश कोर्ट में पेश हुए. इसे भी पढ़ें : नरेंद्र">https://lagatar.in/narendra-modi-and-arnab-goswami-have-a-tremendous-setting-prashant-bhushan-said-this-by-sharing-old-video/19428/">नरेंद्र

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हम ट्रैक्टर रैली को लेकर कोई फैसला नहीं सुनायेंगे

चीफ जस्टिस ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा कि हम ट्रैक्टर रैली को लेकर कोई फैसला नहीं सुनायेंगे, कोर्ट किसी रैली को रोके, ये बिल्कुल ठीक नहीं है. ऐसे में दिल्ली पुलिस को ही इस पर फैसला लेना चाहिए. यानी अब ट्रैक्टर रैली पर फैसला लेने की गेंद दिल्ली पुलिस के पाले में पहुंच गयी है. बुधवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने अदालत में वकीलों को सलाह दी कि वो किसानों से अपील करें कि ट्रैक्टर रैली को शांति के साथ निकालें. इसे भी पढ़ें :  अडानी">https://lagatar.in/arrest-warrant-against-journalist-paranjoy-guha-thakurata-in-adani-group-defamation-case/19417/">अडानी

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  राकेश टिकैत ने कहा, हम निकालेंगे रैली

ट्रैक्टर रैली को लेकर ही किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालकर रहेंगे, हमें कौन रोकेगा. दिल्ली भी किसानों की है और गणतंत्र दिवस भी किसानों का है. कहा कि  पुलिस हमें क्यों रोकेगी, हम ट्रैक्टरों पर आ रहे हैं और किसी को नुकसान नहीं पहुंचायेंगे. किसान नेता  ने कहा कि सरकार किसानों के साथ सिर्फ बात कर रही है, कोई निर्णय नहीं ले रही है. कई किसानों को NIA द्वारा नोटिस भी दिया गया है, अगर ऐसा रहा तो सभी किसान एनआईए दफ्तर के बाहर ही धरना देंगे. इसे भी पढ़ें : चीन">https://lagatar.in/chinese-billionaire-jack-ma-suddenly-appears-in-front-of-the-world-global-times-releases-video/19395/">चीन

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दिल्ली में प्रवेश करना संवैधानिक अधिकार

पंजाब के तरनतारन जिले के कुर्लाल सिंह ने कहा कहा,हम अब तक शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करते आ रहे हैं, और हमारी रैली भी अहिंसक होगी. दिल्ली में प्रवेश करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. केंद्र सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच भी नौ दौर की अलग से बात हुई थी दिल्ली की सीमा पर हजारों की संख्या में किसान करीब दो महीने से नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

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