Ranchi : राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब मध्याह्न भोजन के लिए घर से थाली नहीं लाना होगा. सरकार उन्हें स्कूलों में ही थाली मुहैया कराने की योजना बना रही है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी प्राथमिक स्कूलों से बच्चों और स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए उपलब्ध थालियों की संख्या की जानकारी मांगी है.
क्या है मामला
राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन मिलता है. स्कूलों में जितने बच्चे हैं, उतनी थालियां नहीं हैं. कई स्कूलों में तो एक भी थाली उपलब्ध नहीं है. बच्चे मध्याह्न भोजन के लिए घर से थाली लेकर आते हैं या फिर एक बच्चे का भोजन समाप्त होने के बाद दूसरे बच्चे को भोजन दिया जाता है. कोरोना संकट के बाद स्कूल खुलने पर बच्चों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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निदेशक ने जिला शिक्षा अधीक्षकों को लिखा पत्र
झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निदेशक भुनेश्वर प्रताप सिंह ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिखा है. इसमें विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के लिए थाली की उपलब्धता से संबंधित जानकारी मांगी गई है. जिला शिक्षा अधीक्षकों को एक सप्ताह के भीतर जानकारी ले कर विभाग को रिपोर्ट देनी है. रिपोर्ट में स्कूल का नाम, जिला, प्रखंड, नामांकित छात्रों की संख्या, हर दिन औसत छात्रों की उपस्थिति, उपलब्ध थाली की संख्या और थालियों की आवश्यकता का ब्योरा देना है. इसके बाद विभाग द्वारा उचित कदम उठाया जाएगा.