अदालतें ही ऐसे आदेश देंगी तो नेताओं व राजनीति से पीड़ित नागरिक कहां गुहार लगाएंगे
सरकार से पूछा क्या-क्या कदम उठाया गया है
अदालत ने सरकार से पूछा कि इसको लेकर क्या-क्या कदम उठाए गए है. और पूर्व में अदालतों की सुरक्षा के लिये हाईकोर्ट द्वारा दिये गए निर्देशों का कितना पालन किया गया है. इसका विस्तृत जवाब भी मांगा है. झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की खंडपीठ में इस मामले की सुनवाई हुई. इसे भी पढ़ें -Social">https://lagatar.in/kangnas-mothers-photo-is-going-viral-on-social-media/19924/">SocialMedia पर वायरल हो रही है kangna की मां की फोटो
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थित होने का निर्देश
इस जनहित याचिका के प्रार्थी अधिवक्ता हेमंत सिकरवार के मुताबिक शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान अदालत में अगली सुनवाई के दिन राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, आईटी सचिव और भवन निर्माण विभाग के सचिव को अदालत के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद होने का निर्देश दिया है. इसे भी पढ़ें -पोस्ट">https://lagatar.in/post-matric-children-will-get-scholarship-by-march-welfare-department-instructed-districts-to-complete-verification-by-10-february/19926/">पोस्टमैट्रिक बच्चों को मार्च तक छात्रवृत्ति मिल जाएगी, कल्याण विभाग ने जिलों को 10 फरवरी तक सत्यापन पूरा करने का दिया निर्देश
सभी अदालतों में बेहतर क्वालिटी का कैमरा लगना चाहिए
वही हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा गया है कि अब तक सुरक्षा की दिशा में कदम नहीं उठाया जाना सरकार और हाईकोर्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना का मामला बनता है. कोर्ट ने इस मामले में काफी गंभीरता दिखाते हुए कहा कि झारखंड के सभी अदालतों में बेहतर क्वालिटी का कैमरा लगना चाहिए. जिसमें वीडियो के साथ-साथ ऑडियो रिकॉर्डिंग की भी सुविधा मौजूद रहे. इसे भी पढ़ें -बोकारो">https://lagatar.in/voter-awareness-chariot-started-in-bokaro-30-thousand-new-voters-added/19913/">बोकारोमें मतदाता जागरूकता रथ की शुरुआत, 30 हजार नये मतदाता जुड़े
5 फरवरी से पहले जवाब दाखिल करने का निर्देश
हाईकोर्ट ने इस मामले में सरकार को 5 फरवरी से पहले जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. अदालत द्वारा कई बिंदुओं पर जवाब तलब किया गया है जिसका विस्तृत जवाब अगली सुनवाई से पूर्व दाखिल करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि हजारीबाग कोर्ट में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी के बाद झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य हेमंत सिकरवार ने अदालतों की सुरक्षा को गंभीर विषय बताते हुए झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी. इसे भी पढ़ें -लालू">https://lagatar.in/lalu-yadavs-lung-infection-daughter-misa-bharti-rims-hrct-investigation/19920/">लालूयादव के फेफड़े में संक्रमण, बेटी मीसा भारती पहुंची रिम्स, होगा HRCT जांच

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