Lohardaga: नक्सलियों का बुरा हाल देखकर एरिया कमांडर सूरजनाथ खेरवार ने सरेंडर कर दिया. बुधवार को सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा के तहत उसने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया. एरिया कमांडर सूरजनाथ खेरवार लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल गांव का रहने वाला है. वह बालकिशुन खेरवार का पुत्र है. सूरजनाथ खेरवार ने लोहरदगा न्यू पुलिस लाइन में उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण, एसपी प्रियंका मीना, सीआरपीएफ 158 बटालियन के कमांडेंट प्रभात कुमार संदवार, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल एवं एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह के समक्ष सरेंडर किया.
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12 वर्ष की उम्र में माओवादी संगठन में हुआ था शामिल
सूरजनाथ खेरवार वर्ष 2013-14 में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन में शामिल हुआ था. तब उसकी उम्र केवल 12 वर्ष थी. माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी रविंद्र गंझू द्वारा गांव में बैठक कर बच्चों को संगठन में देने की मांग की गई थी. ग्रामीणों ने सूरजनाथ खेरवार को नक्सलियों के हाथों सौंप दिया था. इसके बाद सूरजनाथ खेरवार रविंद्र गंझू दस्ते में शामिल हो गया.
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नक्सलियों का बुरा हाल देखकर संगठन छोड़ा
लगभग नौ साल तक माओवादी संगठन में रहने के बाद विगत 8 फरवरी 2022 से लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती जंगली-पहाड़ी इलाकों में भाकपा माओवादी और पुलिस के बीच मुठभेड़ और ऑपरेशन डबल बुल के दौरान उसने माओवादियों का बुरा हाल देखा. इसके बाद उसने सरेंडर करने का फैसला लिया. सूरजनाथ खेरवार के खिलाफ लोहरदगा, लातेहार और गुमला जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हत्या, मारपीट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, सीएलए एक्ट, शस्त्र अधिनियम सहित अलग-अलग मामलों से संबंधित आठ मामले दर्ज हैं.
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