Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : सरना धर्म कोड को 2021 की जनगणना में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान ने बुधवार को जिला मुख्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. धरना के पश्चात उपायुक्त को राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र सौंपा गया. उपायुक्त की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में मांग पत्र दिया गया. मांग पत्र में कहा गया है कि भारत के लगभग 15 करोड़ आदिवासियों को अनुच्छेद 342 के तहत जाति (आदिवासी या एसटी) का दर्जा प्राप्त है. परन्तु अनुच्छेद 25 के तहत धर्म की मान्यता अब तक लंम्बित है. आदिवासियों के सरना धर्म कोड का मुद्दा उनके मौलिक अधिकार के साथ मानवीय अधिकार का मामला है. इसलिये भारत सरकार से आग्रह है कि सरना धर्म कोड अविलम्ब प्रदान करें ताकि समस्त आदिवासी धार्मिक आजादी के साथ जीवन जी सकें.
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यह हुए धरना में शामिल
धरना स्थल में आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू एवं केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, ज्योति मुर्मू, मुख्य संयोजक कालीपद टुडू, शंखों टुडू, महिला मोर्चा अध्यक्ष सरायकेला श्रीमती हेम्ब्रम, संयोजक यदुनाथ मार्डी, देवनाथ हेम्ब्रम, उमेश सोरेन, बाबू गोराई, दुर्गा चरण टुडू एवं बगुन टुडू सहित अन्य सदस्य मौजूद थे.
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