- भाजपा नेता मनोज चौधरी के शिकायत पर डीसी ने गठित की थी टीम
- बालू और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने का निर्देश
- कम गुणवत्ता के पेंट का किया जा रहा था उपयोग
Seraikela : भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी के शिकायत के आलोक में शुक्रवार को सरायकेला-खरसांवा जिले के उपायुक्त केआदेश पर डीडीसी प्रभात कुमार बरतियार के नेतृत्व में गठित टीम ने भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम के जीर्णोद्धार प्रक्रिया की जांच की. जांच टीम में शामिल अधिकारियों ने शिकायत के बिंदुओं पर गहनता से जांच करते हुए भवन निर्माण विभाग एवं ठेकेदार को तत्काल कमियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. जांच टीम में एसडीएम सुनील कुमार प्रजापति जिला खेल पदाधिकारी कार्यपालक पदाधिकारी भवन व अन्य शामिल थे. डीडीसी ने बताया कि स्टेडियम में लगे जालियों की दूरी को कम करने से स्टेडियम छोटा हो जाएगा. इसलिए इसे हटाना संभव नहीं है. मगर मैदान में बालू और मिट्टी की गुणवत्ता सही नहीं है. ठेकेदार को इसमें सुधार करने का निर्देश दिया गया है. स्टेडियम में जिस पेंट का प्रयोग किया जा रहा है उसकी गुणवत्ता भी सही नहीं है. बढ़िया क्वालिटी के पेंट का प्रयोग करने का निर्देश दिया गया.
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जांच टीम ने जानमाल की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया : मनोज चौधरी
इस संबंध में मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि उपायुक्त द्वारा भगवान बिरसा मुंडा मैदान जीर्णोद्धार में हुई अनियमितताओं की जांच के लिये टीम गठित करना सराहनीय कदम है. जांच टीम ने सभी बिंदुओं की गहनता से जांच की एवं अनियमितताओं को सही पाया मगर मुख्य विषय जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में नही रखा गया जो टीम की असंवेदनशीलता को दर्शाता है. गैलरी और जाली के बीच मात्र तीन फीट के नाली के ऊपर पेसैज किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं है. यह भवन, आपदा, अग्निशमन व रेरा अधिनियम के विपरीत है. खिलाड़ियों के साथ दर्शकों की जानमाल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभाग (भवन,आपदा, अग्निशमन व रेरा) से मंतव्य एवं अनापत्ति प्राप्त करने के बाद ही काम करें.
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