Seraikela (Bhagya sagar singh) : ऐसे तो पूरे जिले में अवैध लॉटरी का कारोबार लम्बे समय से चलता आ रहा है, कभी कभार पुलिसिया दवाब पर कारोबारी इस धंधे को कुछ दिनों तक सावधानी से चलाते हैं, फिर दोगुने गति से कारोबार चलने लगती है. कोल्हान प्रमंडल के ही पूर्वी सिंहभूम एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में समय समय पर अवैध लॉटरी का कारोबार करने वाले प्रशासन की गिरफ्त में आते रहे हैं, लेकिन तीसरे जिले सरायकेला खरसावां में इस कारोबार को काफी स्वतंत्रता मिली हुई है. जिसका मुख्य कारण यह भी हो सकता है कि बेचने वाले दर्जनों में है तो खरीदने वाले भी सैकड़ों में हैं, इनकी भीड़ के आगे शिकायत करने वाले नगण्य हो जाते हैं. जब तक शिकायत नहीं जाती प्रशासन क्या करे.
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कई लोगों को इसके माध्यम से मिल रहा है रोजगार
जिला मुख्यालय में अवैध लॉटरी के धंधे को लेकर लोगों में चर्चा रहती है कि भले ही अनेक निम्न मध्य आय करने वाले लॉटरी के चक्कर मे बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन अनेकों को इसके माध्यम रोजगार भी मिल रहा है. कोई भी बेरोजगार युवक मात्र एक- दो हजार की पूंजी लगा कर ही यह व्यवसाय शुरू कर बहुत बेरोजगार लॉटरी एजेंट बन कर आज अपना परिवार चला रहे हैं. लेकिन अति हो गए इस अवैध धंधे को बन्द कराने स्थानीय बुद्धिजीवियों का एक वर्ग गोलबंद होने लगा है.
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