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Ranchi : कोविड संक्रमण को काबू में करने के लिए झारखंड में 22 अप्रैल से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (आंशिक लॉकडाउन) लगाया गया. इस दौरान जरूरी सेवा वाली दुकानों के अलावा बाकी सभी दुकानों को खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इस दौरान गाड़ियों के शोरूम खुलने पर भी प्रतिबंध था. रांची डीटीओ (जिला परिवहन विभाग) में कई कर्मचारियों के कोविड पॉजिटिव होने और डीटीओ कार्यालय में भीड़ अधिक लगने के कारण 16 अप्रैल से ही कार्यलय तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था.
कर्मचारियों के पॉजिटिव होने के कारण दो मई तक कार्यालय में कोई काम नहीं हो रहा था. 3 मई से विभाग खुलने के बाद लाइसेंस से जुड़े कार्यों को छोड़कर रजिस्ट्रेशन आदि का काम जारी है, जहां सरकार के निर्देशों के तहत शोरूम खुलने पर प्रतिबंध था. मई में जिले में कुल 2468 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ. वहीं 10 जून तक 1681 गाड़ियों का. मई और जून का कुल मिलाकर 4149 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ. सवाल यह उठता है कि जब स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान शोरूम बंद थे, तो गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ कैसे?
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सर्विस सेंटर से गाड़ियों की खरीद-बिक्री की मिली जानकारी
जानकारी के अनुसार इन गाड़ियों की खरीद-बिक्री सर्विस सेंटरों के मार्फत की जा रही थी. सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान शोरूम को गैर-जरूरी दुकान के तहत बंद रखने का आदेश दिया था. लोगों की सुविधाओं के लिए सर्विस सेंटर और गैरेज खोलने की अनुमति दी गई थी, पर इन सेंटरों को शोरूम बनाकर गाड़ियों की खरीद-बिक्री हो रही थी.
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डीटीओ में काम शुरू होने के बाद दोपहिया और चारपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन
- महीना दोपहिया वाहन चारपहिया वाहन
1 मई-31मई 2021 1,666 751
1 जून -10 जून 2021 1,190 396
दोपहिया और चारपहिया वाहनों के अलावा भी तीन टेंपो, ऑटो आदि की बिक्री हुई है.
शोरूम बंद, पर वर्कशॉप और मेकैनिकल इंजीनियरिंग काम कर रहे थे – डीटीओ
डीटीओ प्रवीण कुमार प्रकाश का कहना है कि इस दौरान वर्कशॉप और मेकैनिकल इंजिनियरिंग सारे खुले थे. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में गाड़ियों की खरीद-बिक्री बंद नहीं थी. दुकानों को भले बंद किया गया हो, मैकेनिकल कार्यों से जुड़े कार्यों के लिए दुकानें खुली थीं. वर्कशॉप के अलावा माइनिंग, मेडिकल आदि से जुड़े कार्यों में लगी गाड़ियों के लिए भी छूट थी. इसके साथ ही भले शोरूम बंद हो, पर गाड़ियों की खरीद-बिक्री ऑनलाइन भी जारी थी.