अधीक्षक कर रहे शिकायत मिलने का इंतजार

Pramod Upadhyay
Hazaribagh : सदर अस्पताल हजारीबाग, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अपग्रेड हो गया. लेकिन यहां मरीजों से अवैध वसूली का गोरखधंधा मंदा नहीं पड़ा. वर्षों से प्रसूता के परिजनों से पैसे की वसूली परंपरा बन चुकी है. इसकी जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन भी इस भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं कस पाया है. वैसे तो आए दिन शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपने नित नए कारनामों की वजह से सुर्खियां में रहता ही रहा है, एक बार फिर अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है. यह सर्वविदित है कि सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज होना है, लेकिन एक भी मरीज का बगैर पैसा खर्च किए यहां इलाज नहीं होता है. यह दिगर है कि कोई भयवश मुंह नहीं खोलता, चूंकि उनमें यह डर समाहित है कि कहीं इलाज में कर्मियों की ओर से कोई कोताही न कर दी जाए. प्रसूति कक्ष में ही लेन-देन का सौदा हो जाता है, इस वजह से बाहर बात नहीं आ पाती है. सफाईकर्मी हो या नर्स, कंपाउंडर हो या वार्ड ब्वॉय हर ने अपने-अपने तरीके से रेट फिक्स कर रखे हैं. विरोध दर्ज करने पर ये कर्मी दांव-पेंच भी खूब लगाते हैं. यहां तक कि धमकाते भी हैं. जब अस्पताल अधीक्षक से इस बारे में पूछा जाता है, तो वह आवेदन नहीं मिलने की बात कहते हैं. इधर मरीज और उनके परिजन आए दिन मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित होते रहते हैं.

केस :1- इचाक की मेढ़कुरी निवासी कुजरी देवी यहां मंगलवार को प्रसव के लिए आयी थीं. उन्होंने बताया कि इलाज के लिए कर्ज लिया है. सदर अस्पताल में प्रसव करानेवाली महिला कर्मी ने उससे 2000 रुपए की मांग की. यह कहा गया कि प्राइवेट नर्सिंग होम जाने पर 30 से 40 हजार रुपए खर्च हो जाते. यहां तो दो हजार रुपए ही मांगे जा रहे हैं. किसी प्रकार मिन्नत-आरजू करने पर 1000 रुपए में बात बनी. फिर सफाईकर्मी ने भी तरह-तरह की बातें कह कर उससे 100 रुपए लिए. यह पूछे जाने पर कि इसकी लिखित शिकायत क्यों नहीं की, तो उसने कहा कि उन्हें नहीं मालूम है कि कहां शिकायत करें.
केस : 2- एक सप्ताह पूर्व इचाक प्रखंड के ही तिलरा निवासी दिव्यांग दंपती आए थे. विकास कुमार अपनी पत्नी का प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल आए. उन पर भी दबाव बनाकर उनसे दो हजार रुपए ले लिए. उन्हें भी तरह-तरह की बातों से डराया गया और फिर पैसे एंठ लिए.
केस : 3- कांग्रेस नेता सुरजीत नागवाला ने भी यहां अपने एक रिश्तेदार से पैसे मांगे जाने पर हंगामा किया था. उन्होंने पूरे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. हंगामा बढ़ता देख कांग्रेस नेता के रिश्तेदार को पैसा लौटा दिया गया.

जानकारी मिली है, कार्रवाई की जाएगी : अधीक्षक

हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि कायदे से कोई मरीज अथवा उसके परिजन लिखित शिकायत नहीं करते हैं. वैसे मामले की जानकारी मिली है, कार्रवाई की जाएगी.

