Lucknow : भाजपा आलाकमान यूपी चुनाव के प्रत्याशियों को लेकर दिल्ली में तीन दिन से मगजमारी कर रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद भाजपा फूंक फूंक कर कदम रख रही है, खबर है कि बुधवार को यह बैठक देर रात एक बजे तक लगातार 14 घंटे चली. आज गुरुवार सुबह भी टॉप लीडरशिप यूपी के दावेदारों पर चर्चा में जुट गयी है. सूत्रों के अनुसार अब तक यूपी चुनावों में तीन चरणों के प्रत्याशियों की लिस्ट भाजपा ने लगभग फाइनल कर ली है. शुक्रवार को संसदीय बोर्ड की बैठक होने की संभावना है.
भाजपा ने अपनी रणनीति में फेरबदल किया है
सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद जारी सियासी उठा-पटक के बीच भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति में फेरबदल किया है. बताया जाता है कि अमित शाह उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में सिटिंग विधायकों का अंधाधुंध टिकट काटने के फैसले के खिलाफ हैं.
बदलते घटनाक्रम के बीच माना जा रहा है कि अब मौजूदा विधायकों के टिकट पहले की तुलना में कम काटे जायेंगे. खबर है कि कुछ विधायकों की सीट बदलकर उन्हें दूसरी सीट पर से आजमाया जायेगा. भाजपा के इस फैसले से उन विधायकों को राहत मिल जायेगी, जिनका पत्ता लगभग कटने ही वाला था. हालांकि पहले खबर आ रही थी कि यूपी चुनाव में भाजपा के करीब 100 मौजूदा विधायकों का टिकट खटाई में पड़ सकता है.
तो नहीं कटेंगे ज्यादा टिकट
असंतुष्ट विधायकों- मंत्रियों के पार्टी छोड़ने की घटनाओं के बीच भाजपा ने टिकटों में ज्यादा फेरबदल न करने का फैसला किया है. सूत्रों का कहना है कि जहां की रिपोर्ट अधिक खराब है, वहीं बदलाव होगा. पार्टी ने पश्चिम व ब्रज क्षेत्र की अधिकतर सीटों पर चेहरे तय कर लिये हैं. सूत्रों के अनुसार, कल बैठक के दौरान ही मौर्य के इस्तीफे की खबर आयी. इस पर शाह ने योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं के साथ लंबी चर्चा की. कहा जा रहा है कि पार्टी अब 100 नहीं, करीब 40 विधायकों को किनारे लगायेगी. अब इसकी भी समीक्षा की जा रही है.
नाराज विधायकों को मनाने की कवायद
जानकारी के अनुसार कल के घटनाक्रम के बाद भाजपाके बड़े नेताओं ने मौर्य के साथ जा सकने वाले विधायकों और अन्य के फोन खड़खड़ाये. देर रात तक सिलसिला जारी रहा. खबर है कि मौर्य को भी रोकने की कोशिशें हो रही हैं, हालांकि वह बहुत आगे निकल गये हैं.
ऊंचाहार से बेटे के लिए मांग रहे थे टिकट
कहा जा रहा है कि मौर्य अपने बेटे उत्कर्ष के लिए रायबरेली की उंचाहार स. दान लें कि मौर्य की बेटी बदायूं से भाजपा सांसद हैं, उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है और उनके माध्यम से मौर्य से बात की कोशिश हो रही है.