Simdega : जिला मुख्यालय के नगर भवन में मंगलवार को स्कूल रूआर 2022 (बैक टू स्कूल कैंपेन) की शुरूआत की गई. झारखंड शिक्षा परियोजना सिमडेगा द्वारा जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त आर रॉनीटा ने कहा कि जिला में सभी बच्चों को पुनः विद्यालय में वापस लाने एवं उनकी नियमित उपस्थिति बनाये रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा. इस अभियान में विशेष रूप से प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति हेतु प्रयास करना है.
स्कूल रूआर 2022 को सफल बनाने का निर्देश दिया
डीसी ने कहा कि गांव-टोला के शत प्रतिशत बच्चों का विद्यालय में नामांकन एवं उपस्थिति की निगरानी प्रत्येक दिन ई-विद्या वाहिनी से की जायेगी. यदि बच्चे लगातार तीन दिन तक अनुपस्थित हों, तो बीडीओ, बीईईओ, बीआरपी, सीआरपी, शिक्षक, जनप्रतिनिधि मिलकर इसके कारणों का पता कर बच्चे को दुबारा विद्यालय लाना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पंचायती राज सहित सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर स्कूल रूआर 2022 को सफल बनाने का निर्देश दिया. प्रचार-प्रसार के माध्यम को सशक्त कर आम-जन को अभियान के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया.
इसे भी पढ़ें – इसी सप्ताह जारी होगी पंचायत चुनाव की अधिसूचना, सरकार के स्तर पर तैयारी पूरी- आलमगीर
अभियान की कुल अवधि 30 दिन की है
अभियान की कुल अवधि 30 दिन की है, जो कि 5 अप्रैल से 04 मई 2022 तक की होगी. परंतु इसे अभियान के बाद भी मिशन मोड पर आगे बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि कोविड 19 से प्रभावित शिक्षा को पुनः कोविड के पहले वाली स्थिति पर लाया जा सके. सघन निगरानी एवं क्रियान्वयन के द्वारा नामांकन एवं बच्चों की उपस्थिति को 100 प्रतिशत के लक्ष्य पर जोर दिया.
इसे भी पढ़ें – महंगाई के विरोध में झारखंड कांग्रेस का राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन 7 अप्रैल को
ड्रेस, किताबें, मिड डे मील प्रदान करने का निर्देश
हर सप्ताह विद्यालयवार प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की जायेगी. वरीय पदाधिकारी फिल्ड विजिट के दौरान कम से कम दो विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे. उपविकास आयुक्त अरूण वाल्टर संगा ने स्कूल रूआर 2022 के सफल संचालन को लेकर दिये जा रहे दिशा-निर्देशों को अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चे, अप्रवासी परिवार के बच्चे, कोविड से प्रभावित बच्चे को विद्यालय में नामांकन कर सभी सरकारी प्रावधानों के अनुरूप ड्रेस, किताबें, मिड डे मील प्रदान करने का निर्देश दिया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में ये भी रहे शामिल
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में नोडल पदाधिकारी शिक्षा विभाग प्रिन्स गोडविन कुजूर, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी बिनोद कुमार, डीपीएम अलका लकड़ा, एपीओ नीरज बड़ाईक सहित शिक्षा विभाग के सभी कर्मियों का योगदान रहा. बैठक में उप विकास आयुक्त अरूण वाल्टर संगा, आईटीडीए निदेशक सलन भुइयां, अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ पीके सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार, जिला परिषद् उपाध्यक्ष बिरसा मांझी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी पुनम कच्छप, जिला नजारत उप समाहर्ता राजेन्द्र प्रसाद सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. शहजाद परवेज, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी पंकज कुमार भगत, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, बीआरपी, सीआरपी व अन्य उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें – शहीद रघुनाथ महतो की जीवनी पर बनी लघु फिल्म “माटी के सपूत”, प्रीमियर शो में शामिल हुए सुदेश महतो