Patna: बिहार में कोरोना के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की जान जा रही है. जानकारी के मुताबिक बिहार के सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रति दिन करीब 20 लाख लीटर ऑक्सीजन की जरुरत है. लेकिन बिहार में उत्पादन सिर्फ 2 लाख लीटर ऑक्सीजन की हो जाती है. बाकी ऑक्सीजन दूसरे राज्यों से मंगानी पड़ती हैं.
घरों में ऑक्सीजन रखने से बढ़ी परेशानी
अस्पतालों में ऑक्सीजन और सिलेंडर की भारी कमी की एक बड़ी वजह खुद लोग ही हैं. बहुत सारे संपन्न लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर खरीद कर घरों में रख लिया है. इससे अस्पतालों को सिलेंडर कम मिल रहा है. यही कारण है कि ऑक्सीजन के साथ-साथ पूरे बिहार में सिलेंडर की भी कमी की खबरें मिल रही हैं.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ऑक्सीजन को लेकर सरकार गंभीर है. पूरी कोशिश की जा रही है कि हर मरीज को ऑक्सीजन मिल सके. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिन्होंने घरों में सिलेंडर जमा कर रखा है, वह उसे बाहर निकालें. ताकि जरुरतमंद मरीज की जान बचायी जा सके.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ” जितने ऑक्सीजन आपूर्ति का अलॉटमेंट केन्द्र सरकार की ओर से किया गया है, उसके अलावा अगर और ऑक्सीजन की आवश्यकता है, तो राज्य सरकार अपने खर्चे पर उपलब्ध कराएगी. ऑक्सीजन सिलिंडर की बर्बादी और बेवजह भंडारण न हो इसका भी ध्यान रखें.”
CM नीतीश कुमार ने की हाई लेवल मिटिंग
कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री राज्य में रोजाना हो रहे कोरोना टेस्ट, पॉजिटिविटी रेट, एक्टिव केसेज, कुल जांच, और टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली.
परिस्थिति के अनुसार उठाएं कदम
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा,” कोरोना संक्रमण के मामले रोजाना तेजी से बढ़ रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार संक्रमण के अभी और बढ़ने की संभावना है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर हर एक पहलू पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और परिस्थिति के अनुसार हर जरूरी कदम उठाएं.”
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा, ” कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ जांच की रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, इससे संक्रमितों का समय पर इलाज किया जा सकेगा. साथ ही अन्य राज्यों में चुनाव के लिए जो भी पुलिस बल बाहर गई है, वापस लौटने पर उनका जांच करवाएं. पुलिस बलों की भी नियमित जांच करवाते रहें.”
हर हाल में करनी है ऑक्सीजन की आपूर्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जांच में कुछ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है. लेकिन उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जा रहे हैं, ऐसे मरीजों के इलाज भी व्यवस्था अस्पतालों में सुनिश्चित करें. साथ ही टीकाकरण के काम में भी तेजी लाएं. सरकारी या निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की जो जरूरत उसको पूरा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं. हर हाल में ऑक्सीजन की आपूर्ति करनी है.”
लोगों को मास्क के बारे में दें जानकारी
नीतीश कुमार ने कहा, ” जितने ऑक्सीजन आपूर्ति का अलॉटमेंट केन्द्र सरकार की ओर से किया गया है, उसके अलावा अगर और ऑक्सीजन की आवश्यकता है, तो राज्य सरकार अपने खर्चे पर उपलब्ध कराएगी. ऑक्सीजन सिलिंडर की बर्बादी और बेवजह भंडारण न हो इसका भी ध्यान रखें. दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखें ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो. सभी नगर निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क का वितरण सुनिश्चित कराएं और लोगों को मास्क के प्रयोग के बारे में जानकारी दें.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि संचार के अन्य माध्यमों के साथ-साथ माइकिंग की मदद से गांव-गांव तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने लिए लगातार अभियान चलाएं. सभी को यह समझाने की जरूरत है कि वे मास्क का जरूर प्रयोग करें, आपस में दूरी बनाकर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, बेवजह घर से बाहर न निकलें.
बिहार: 4 दिनों में पहली बार घटी कोरोना के मरीजों की संख्या लेकिन 24 घंटे में 68 की मौत
पटना. बिहार वासियों के लिए राहत की खबर है. राज्य में पिछले चार दिनों की तुलना में पहली बार कोरोना के मरीजों (Bihar Corona Update) की संख्या घटी है. लगातार कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच पिछले 24 घन्टे में कोरोना मरीजों (Corona Patients) में कमी देखी गई है और राज्य में 11 हजार 801 पॉजिटिव मरीज मिले हैं जो कि पिछले 4 दिनों की तुलना में सबसे राहत भरा आंकड़ा है. हालाकि राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 89 हजार 660 पहुंच गई है.
पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा मरीज पटना जिले में मिले हैं जहां 24 घन्टे में 2720 लोगों में पॉजिटिव की पुष्टि हुई है, वहीं गया में 655, जहानाबाद 365, भागलपुर में 379, बेगूसराय में 549, वेस्ट चम्पारण में 460, सहरसा में 433, सारण में 568, वैशाली 224, खगड़िया में 231, गोपालगंज में 500, समस्तीपुर में 264 मरीज मिले हैं. राज्य में रिकवरी दर 77.88 प्रतिशत पर है.
इधर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य भर में 24 घन्टे में 68 मरीजों की मौत कोरोना से हुई है जिसमें सबसे ज्यादा 16 मरीजों की मौत कोविड डेडिकेटेड अस्पताल एनएमसीएच में हुई है जबकि पीएमसीएच में 7 और पटना एम्स में 5 मरीजों की कोरोना से जान गई है. कोरोना के मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने जिले में अस्पतालों की संख्या बढ़ा दी है और अब कोविड के 90 निजी अस्पताल चिन्हित किये गए हैं जहां अलग अलग क्षमता तय किया गया है.
इन 90 अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति का जिम्मा भी जिला प्रशासन के ऊपर ही है, जिसके लिए अलग-अलग एजेंसी तय किये गए हैं. जिलाधिकारी ने साफ तौर पर आदेश जारी किया है कि इन 90 अस्पतालों के अलावे बाकि कोई भी अस्प्ताल कोविड मरीजों को एडमिट नहीं करेगा वरना जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा.