पैसें के अभाव से किसी ने कोविड काल में खोया परिजन, तो कोई भगवान भरोसे जीने को मजबूर
Ranchi. जिला समाज कल्याण विभाग में फरवरी महीने के बाद आवंटन की कमी के कारण जिले के 100 से अधिक कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं किया गया है. कोविड ऐसी बीमारी है जो कब किसे हो जाए पता नहीं. लोग ऐसे समय के लिए पैसे बचाकर रखते ही है. पर तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी काफी परेशान है. घरों में खाने-पीने की परेशानी हो रही है. कई लोग ऐसे है जिनके घर में वे इकलौते कमाने वाले है.
कुछ के परिवार में लोगों को संक्रमण भी हुआ. पैसे और इलाज के अभाव में कुछ ने परिजनों को खोया तो किसी ने एंडवांस पेमेंट या लोन लेकर इलाज करवाया. उनका कहना है कि पूरे कोविड काल में उन्होंने भी अपनी सेवा दी है. फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह काम किया है पर फिर भी प्रोत्साहन तो दूर वेतन भी नहीं मिल रहा.
पति को कोरोना ने छिना, एंडवांस पैसे लेकर बचाई बेटी की जान
नाम नहीं लिखने के शर्त पर विभाग के कुछ सुपरवाइजर, सेविका सहित कुछ लोगों ने अपनी परेशानी जाहिर की. ब्लॉक लेवल पर नियुक्त सुपरवाइजन ने बताया कि फरवरी महीने के बाद उनका वेतन भुगतान नहीं किया गया है. वह अपने घर में कमाने वाली इकलौती महिला है. दिक्कत तो हो ही रही थी. पर कोविड काल में परिवार पर मुसीबतों को पहाड़ टूट पड़ा. कोरोना के दूसरे लहर में उनके पति कोविड पॉजिटिव हुए. हालत काफी गंभीर हो गई थी. हॉस्पिटल में इलाज के लिए रिश्तेदारों से पैसे उधार मांगे थे. पर हॉस्पिटलों का चक्कर लगाते-लगाते उनकी जान चली गई. इसके बाद उनकी बेटी पॉजिटिव हो गई. इलाज के लिए पैसे बिल्कुल भी नहीं थे. विभाग में पत्र लिखकर एंडवांस पैसे मांगे. जिसके बाद मुश्किल से बेटी की जान बचाई.
उधार ला रहे राशन, अगर इस बीच किसी को बीमारी हुई तो भगवान भरोसे है परिवार
विभाग में सुपरवाइज पद नियुक्त एक कर्मी ने बताया कि पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण खाने-पीने से लेकर हर तरह की परेशानी हो रही है. परिवार में इकलौते कमाने वाले को अगर तीन महीने का वेतन न मिले तो जीना काफी मुश्किल हो जाता है. सरकारी कर्मी होने के बाद भी हमारे पास कुछ भी सेविंग नहीं है. राशन-पानी उधार पर ला रहे है. अगर इस बीच किसी को कोविड हो गया या कोई दूसरी ही बीमारी हो गई, तो सब भगवान भरोसे. विभाग से कहा जाता है कि पैसे की जरुरत है तो बचे हुए पैसे निकाल लो या एंडवास ले लो. पर अगर हम उस पैसे को भी निकाल ले तो हम भविष्य में कैसे जियेंगे.
कुछ कर्मी कोविड से हार भी चुके है जंग
जानकारी देते हुए बताया गया कि इसी बीच कुछ कर्मचारियों ने कोविड से जान भी गवाया. उनके मृत्यु के बाद परिजन अपने परेशानी विभाग को लिख रहे है, उनके बकाया पैसे के भुगतान के लिए मांग कर रहे है. पर कोई सुनने वाला नहीं है.
आवंटन आने के साथ ही किया जाएगा भुगतान – डीएसडब्लूओ
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी (डीएसडब्लूओ) श्वेता भारती का कहना है कि फरवरी के बाद विभाग को आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है. जिसके कारण विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक का वेतन भुगतान नहीं किया गया है. आवंटन आने के साथ ही सभी का भुगतान कर दिया जाएगा. पर यह कब तक आएगा उसकी कोई जानकारी नहीं है.