दुर्गा पूजा को लेकर लोगों में उत्साह, पंडालों को अंतिम रूप दे रहे कारीगर
Dhanbad : धनबाद कोयलांचल में दुर्गा पूजा की रौनक दिखने लगी है. लोगों में उत्साह चरम पर है. कोयलांचल के विभिन्न क्षेत्रों में बन रहे भव्य पंडालों को अंतिम रूप देने में कारीगर लगे हुए हैं. इस बार पूजा में कहीं, नारी शक्ति, तो कहीं ग्रामीण परिवेश को दर्शाने वाले पंडाल बनाए जा रहे हैं. पूरा शहर भक्तिमय हो गया है.
धनबाद के सरायढेला स्थित स्टील गेट में श्री दुर्गा पूजा समिति सरायढेला कोलकुसमा की ओर से हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से पूजा की जा रही है. यहां म्यांमार के ऐतिहासिक गोल्डन पैलेस की थीम पर पंडाल बनाया गया है.पूजा पर कुल खर्च 20 से 25 लाख रुपए तक होने का अनुमान है. समिति के सचिव प्रेमचन्द्र मंडल ने बताया कि स्टील गेट में दुर्गा पूजा वर्ष 1989 से हो रही है. यहां दूर-दराज से श्रद्धालु मां के दर्शन व मेला घूमने आते हैं.
बस्ताकोला में नारी शक्ति की अनुकृति का दर्शन कराता पूजा पंडाल

झरिया के बस्ताकोला स्थित माइंस रेस्क्यू स्टेशन के पास सद्भावना दुर्गा पूजा समिति द्वरा इस बार नारी शक्ति की थीम पर आधारित पंडाल बनाया गया है. पंडाल निर्माण पर करीब 11 लाख का खर्च आया है. पूजा समिति के आध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि बस्ताकोला माइंस रेस्क्यू स्टेशन में वर्ष 1992 से पूजा हो रही है. झरिया और धनसार के बीच वाले इलाके में यह सबसे भव्य पंडाल है. यहां मेला का आयोजन भी किया गया है. लोग मां के दर्शन के बाद तरह-तरह के झूलों का आनंद ले सकते हैं.
झारखंड मैदान हीरापुर के पूजा पंडाल में राजस्थान के गांव की झलक

धनबाद के हीरापुर स्थित झारखंड मैदान में सत्यम शिवम सुंदरम दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से इस बार धूमधाम से दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है. यहां राजस्थान के गांव की थीम पर आधारित भव्य पंडाल बनाया गया है, जिसमे शुद्ध वातावरण को रोचक ढंग से दर्शाया गया है. पूजा समिति के कोषाध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पंडाल और पूजा पर कुल करीब 23 लाख रुपए खर्च का अनुमान है. झारखंड मैदान में वर्ष 2000 से पूजा हो रही है.यहां मेला का भी आयोजन किया गया है.
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