Manoharpur : शनिवार को मनोहरपुर थाने में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत ऑनलाइन शिक्षा की जरूरतों को देखते हुए बच्चों में कंप्यूटर तथा स्मार्ट फोन का वितरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान उपकरण बैंक के माध्यम से 65 गरीब व मेधावी स्कूली बच्चों को स्मार्टफोन, दो बच्चो को 2 कंप्यूटर, 35 छात्रों को प्रशस्ति-पत्र व मेडल, 138 मानकी-मुंडा को छाता व गमछा देकर एसपी व अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिले के एसपी अजय लिंडा, एएसपी नाथूराम मीणा समेत उपस्थित अथितियों ने दीप प्रजवल्लित कर किया.
मानकी-मुंडा आमलोगों -प्रशासन के बीच महत्वपूर्ण कड़ी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिले के एसपी अजय लिंडा ने कहा कि गांव में फैली कुरीतियों को मिटाने, नशा को रोकने, असामाजिक तत्व को रोकने आदि कामों के लिए मुंडा-मानकी अपने-अपने गांव के एसपी व डीसी हैं. पारम्परिक शासन व्यवस्थाओं और पंचायती राज व्यवस्था के प्रतिनिधि गांवों के कई मामलों को अपने स्तर से निपटारा करने के अलावा प्रशासन व आमलोगों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका में हैं.इसके लिए जिले के सभी थानों में प्रत्येक बुधवार को थाना में थाना दिवस आयोजित किया जाता है, जिसमे मानकी – मुंडा की बैठक में मौजूद होकर कई मामलों का निपटारा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आप आएंगे तो ही संवाद होगा और समस्याओं का निपटारा होगा.
6 माह में 60 की मौत सड़क हादसों में हुई, अधिकांश घटनाएं नशे के कारण
श्री लिंडा ने कहा कि डायन हत्या के नाम पर निर्दाेषों की हत्याएं हो रही हैं. यह एक बड़ी कुरीति है. इसके लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा, बीमार होने पर इलाज कराएं. आदिवासी समाज में हड़िया एक बड़ी कुरीति बनकर सामने आया है, जो डायन हत्या व अन्य हत्याओं, शोषण व उत्पीड़न, दुर्घटना जैसे कई मामले के पीछे हड़िया एक प्रमुख कारण है. हड़िया यह एक पूज्य चीज है. पुरखे इसका उपयोग त्योहार में करते हैं, इसका बाजारीकरण नही होना चाहिए था. परंतु अब इसका बाजारीकरण हो गया है. विगत 6 माह में जिले में 60 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है, जिसमंे ज्यादातर मौत नशे की हालत में वाहन चलाने की वजह से हुई है.
छात्र-छात्राओं ने नृत्य-गीत के जरिये बांधा समां
आयोजित कार्यक्रम के दौरान ईश्वर पाठक प्लस-टू विद्यालय, आरटीसी पब्लिक स्कूल, संत अगस्तीन उच्च विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय समेत अन्य स्कूलों की छात्राओं ने नृत्य, गीत व जागरूकता नाटकों का प्रदर्शन कर समां बांध दिया. एसपी ने डायन हत्या के नाम हो रहे अपराध की पृष्ठभूमि पर तैयार नाटक की काफी सराहना की. मनोहरपुर व आनंदपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों से आए मानकी, मुंडा, मुखिया आदि ने भी अपने – अपने संबोधनों में अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास योजनाओं को लेकर बातें बताई. इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने, समाज सेवा करने, कोरोना काल में गरीबों को भोजन कराने समेत अन्य सेवाओं को लेकर कई लोगों को भी सम्मानित किया गया. इन सब कार्यक्रमो से पूर्व कुड़ुख सरना जागरण मंच के द्वारा पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत करते हुए अतिथियों को मंच तक लाया गया. सारंडा के मानकी लागुड़ा देवगम के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आतिथियो को साल पत्ते की टोपी पहना कर उनका स्वागत किया. स्वागत भाषण जराइकेला थाना प्रभारी आशिष भारद्वाज ने दिया, जबकि स्वागत गान संत अगस्तीन स्कूल की छात्राओं ने गया. धन्यवाद ज्ञापन मंनोहरपुर थाना प्रभारी अमित कुमार ने दिया.
मौके पर ये थे मौजूद: एएसपी सह चक्रधरपुर डीएसपी नाथूराम मीणा, जगन्नाथपुर डीएसपी इकुड डुंगडुंग, किरीबुरु डीएसपी अजित कुमार कुजूर, मनोहरपुर डीएसपी दाउद किड़ो, आनंदपुर थाना प्रभारी संतोष कुमार, जराइकेला थाना प्रभारी आशीष कुमार भारद्वाज, छोटानागरा थाना प्रभारी तुफैल खान,जिला परिषद सदस्य रंजीत यादव,मुखिया बहनु तिर्की, एनिमा एक्का, ललिता चीक बड़ाइक, मुनीलाल सुरीन, राजधन महतो, संध्या सुरीन, संजय डुंगडुंग, रमेंद्र नाथ घोष, अश्विनी बघेल,सुखराम सांडिल के अलावा कई गांवों के मानकी, मुंडा, डाकुआ, स्कूली बच्चे व आम नागरिक मौजूद रहे.
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