- हेमंत सोरेन ने मांगे 5000 वेंटिलेटर, केंद्र सरकार ने दिये महज 300
- वैक्सीन में भी की गई कटौती- राज्य ने मांगा 4.5 करोड़ वैक्सीन, केंद्र ने दिया सिर्फ 29.83 लाख डोज
- कोरोना से संबंधित सभी दवाइयों और ऑक्सीजन में केंद्र ने की कटौती
Ranchi: जेएमएम ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना संक्रमण के इस बुरे समय में केंद्र सरकार ने झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया है. राज्य सरकार ने केंद्र से 4.5 करोड़ वैक्सीन की मांग की थी, लेकिन केंद्र ने दिये सिर्फ 29 लाख 83 हजार 500 डोज. राज्य ने रेमेडिसिविर के 4 लाख 28 हजार 500 डोज की मांग की थी, लेकिन दिया गया सिर्फ 29 हजार 534. 5000 वेंटिलेटर मांगे गये थे जिसमें सिर्फ 300 मिले. 31 पीएसए प्लांट की मांग की गई थी, जिसमें सिर्फ 4 की स्वीकृति हुई. 500 ऑक्सीजन कॉन्सेट्रेटर मांगे गये थे, दिया गया सिर्फ 100. वहीं 2600 ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की गई, जिसमें से सिर्फ 400 दिये गये. दवाइयों में भी कटौती गई है. ट्रॉक्सिलिक्जॉम के 475 फाइल्स मांगे गये थे, जिसमें से सिर्फ 265 मिला. वहीं 41000 फेबीफ्लू भी पूरे नहीं मिले हैं. 12000 आइवरमिक्टिन मांगे गये थे, लेकिन मिले सिर्फ 2500. 1 लाख 30 हजार डेक्सामेथासोन की डिमांड की गई थी. वह भी पूरी नहीं मिली है.
सीएम ने तो बस आइना दिखाया, बौखलाए न बीजेपी
जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्विट के बाद बीजेपी के लोग बौखला गये. कई केंद्रीय मंत्री, कुछ मुख्यमंत्री और बीजेपी के सांसद, विधायक कूद पड़े. सीएम को यह ट्विट इसलिए करना पड़ा क्योंकि प्रधानमंत्री सिर्फ अपनी बात कहते हैं. राज्य सरकार की सुनते नहीं हैं. कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने जितनी सुविधाएं केंद्र से मांगी उसकी आधी भी उपलब्ध नहीं कराई गई. उन्होंने कहा कि राज्य के पास वैक्सीन नहीं है. यही वजह है कि यहां सरकार 18 साल से उपर के लोगों को वैक्सीन नहीं दे पा रही है.
सीएम के ट्विट पर आंख लाल करने वाले बीजेपी के नेता क्यों नहीं केंद्र से पूछते हैं. झारखंड के दो सांसद अर्जुन मुंडा और मुख्तार अब्बास नकवी केंद्र में बैठकर क्या कर रहे हैं. क्यों नहीं झारखंड की हालत केंद्र सरकार के सामने रख रहे हैं.
दिल्ली जाकर बात रखें बीजेपी सांसद-विधायक, जेएमएम देगा चार्टर्ड प्लेन
सुप्रियो ने कहा कि झारखंड के लोकसभा और राज्यसभा में 20 सांसद हैं. इनमें से 16 बीजेपी के ही हैं, लेकिन ये लोग दिल्ली में कुछ नहीं बोलते. उन्होंने कहा कि झारखंड के बीजेपी विधायक और सांसद दिल्ली जाकर झारखंड की स्थिति को बताएं और मदद मांगें. जेएमएम उनके लिए प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था करेगा.
जनजातीय महिला के नाम पर राजनीति बंद करे बीजेपी
साहिबगंज की महिला थानेदार की मौत के मामले पर उन्होंने कहा कि मामले में एसआईटी जांच हो रही है. अगर परिवार सीबीआई या कोई भी उच्चस्तरीय जांच की मांग करेगा तो जांच होगी, लेकिन बीजेपी जनजातीय महिलाओं के नाम पर बीजेपी राजनीति करना बंद करे.