Jamshedpur : बिष्टुपुर खरकई ब्रिज गोलचक्कर के पास स्थापित की गई लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा लीज क्षेत्र से बाहर लगाई गई है. यह बात जन कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष ओम प्रकाश ने दी है. उन्होंने इस संबंध में सोमवार को डीसी सूरज कुमार और एसडीओ संदीप कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा है. इसमें कहा गया है कि टाटा स्टील ने बिष्टुपुर खरकई ब्रिज गोलचक्कर के पास लगी प्रतिमा को टाटा स्टील ने लीज के शर्ताें का उल्लंघन बताते हुए इस संबंध में जिला प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की थी. ओमप्रकाश ने बताया कि बिष्टुपुर खरकई ब्रिज गोलचक्कर पर स्थापित सरकार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा टाटा लीज क्षेत्र से बाहर है. सूचना के अघिकार तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार खरकई ब्रिज के पूर्वी छोर पर पुल से 100 मीटर तक पहुंच पथ और गोलचक्कर के निर्माण के लिए झारखंड सरकार ने टाटा स्टील को 38 लाख 70 हजार रूपए दिए थे.
गोलचक्कर के अंदर सरदार पटेल की प्रतिमा स्थापित करने की उठी मांग
जन कल्याण मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी से मुलाकात कर बिष्टुपुर ब्रिज के निकट स्थापित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के संबंध में जांच कर न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग की थी. प्रतिनिधि मंडल ने एसडीओ संदीप कुमार मीणा से कहा कि टाटा स्टील द्वारा खरकई पुल पर स्थापित सरदार पटेल की प्रतिमा को लीज शर्तों का उलंघन बताते हुए इससे यातायात बाधित होने की आंशका जताई गई है, जो भाम्रक और गलत है. प्रतिनिधिमंडल ने एसडीओ से आग्रह किया कि खरकई ब्रिज पुल पर स्थापित सरदार की प्रतिमा से यदि यातायात बाधित होने की आशंका है, तो जिला प्रशासन सांसद और स्थानीय विधायक से सहमति लेकर बिष्टुपुर गोलचक्कर के अंदर आदर सहित उक्त प्रतिमा को स्थापित किया जा सकता है. एसडीओ द्वारा प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले की जांच कर न्यायोचित कार्रवाई करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में ओम प्रकाश, चन्द्र मोहन चौधरी, माणिक चन्द्र महतो और नित्यानंद शामिल थे.