Khunti: ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मनरेगा मजदूरों की समस्या दूर करने की पहल की जा रही है. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी भी इस दिशा में काफी सक्रिय नजर आ रही है. मनरेगा आयुक्त ने शुक्रवार को खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड स्थित गुनी ग्राम का दौरा किया. गुनी गांव में कुल 75 परिवार रहते हैं. सभी परिवारों को मनरेगा की योजना से जोड़ा जा चुका है. गांव के लोगो को गरीबी, नशे की लत से निजात दिलाने में महिला स्वयं सहायता समूह की दीदीयों की भूमिका अहम रहा है.
ग्राम सभा को किया गया मजबूत
मनरेगा आयुक्त ने कहा कि गांव की ग्रामसभा को मजबूत किया गया. साथ ही गांव 90 प्रतिशत नशामुक्त बन चुका है. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी के साथ उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, कर्रा सहित प्रखंड स्तर के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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ग्रामीण केवल जागरूक नहीं बल्कि स्वावलंबी भी हैं- मनरेगा आयुक्त
मौके पर मनरेगा आयुक्त द्वारा ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि हमें योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है. जिससे हर व्यक्ति स्वावलंबन और आत्मविश्वास को सिद्ध कर सके. उन्होंने कहा कि गुनी के ग्रामीणों का यह उत्साह देखकर प्रतीत होता है कि विकास की ओर हम सभी अग्रसर हैं. साथ ही खूंटी जिला पूरे राज्य के लिए सही उदाहरण बन कर उभरेगा.
उन्होंने इन कार्यो को सफल रूप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन और दीनदयाल ग्राम स्वावलंबन की लोक प्रेरक दीदियों के साथ जनसामान्य की भी सराहना की है. ग्रामीणों को खेती के साथ-साथ मनरेगा की योजनाओं से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं के प्रति ग्रामीणों का उत्साह और आत्मविश्वास से भरी परिवर्तन की ललक सराहनीय है.
इस दौरान उप विकास आयुक्त द्वारा ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया गया कि सखी मंडल की प्रेरक दीदियों के माध्यम से हर व्यक्ति अपने स्तर से जागरूक बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में हम सभी का उद्देश्य है कि इन योजनाओं को सफल रूप प्रदान करने में हमें मिलकर कार्य करें. इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि इसी उत्साह और मेहनत के साथ एकजुट होकर इन योजनाओं का क्रियान्वयन करने में अपनी अहम भूमिका निभाएं.
मनरेगा आयुक्त ने दीनदयाल ग्राम स्वावलंबन की लोक प्रेरक दीदियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि दीदियों ने ग्रामीणों को अपने हित के लिए जागरूक बनने की राह दिखाई है. नशा मुक्ति की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि इस दिशा में ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं और अब कोरोना की विपरीत परिस्थितियों में अवसर प्राप्त कर कल्याण की राह में बढ़ चले हैं.
प्रेरक दीदियों ने साझा किए अपने अनुभव
इस दौरान सखी मंडल की दीदियों ने बताया कि महिलाएं अब आत्मविश्वास से पूर्ण हैं. महिलाओं ने अपने विचार रखे. दीदियों द्वारा बताया गया कि अब लोग साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए गंभीर दृष्टिकोण अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्राम सभा मे योजनाओं के विषय मे व इससे जुड़े लाभ से व्यापक रूप से ग्रामीणों को अवगत कराया जा चुका है. राजेश्वरी बी ने बताया कि किस प्रकार विचार में परिवर्तन आने से जीवन में सकारात्मक दिशा मिली है.
इसी कड़ी में मनरेगा आयुक्त ने खूंटी प्रखंड के गुटजोरा गांव में दीदी बगिया योजना के तहत सखी मण्डल द्वारा विकसित नर्सरी का अवलोकन किया. दीदी बगिया योजना के तहत उक्त नर्सरी में लगभग 15,000 केला एवं पपीता के पौधे हैं एवं लगभग 4500 सागवान, सीसम, गमहार एवं महोगोनी के पौधे शामिल हैं. उन्होंने दीदियों से दीदी बगिया योजना के तहत किये गए कार्यों की जानकारी ली एवं उन्हें प्रोत्साहित भी किया.
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