Ranchi: रिम्स का सीटीवीएस विभाग लगातार राज्य में बेहतर सुविधाएं देने के क्रम में बढ़ता जा रहा है. सीमित संसाधनों के साथ गुरुवार को विभाग ने पहली बार ट्रिपल वाल्व सर्जरी (टीवीएस) सफलतापूर्वक की. पहली बार यह ऑपरेशन धनबाद की रहने वाली पार्वती मरांडी का किया गया. यह ऑपरेशन रिम्स के डॉक्टरों ने महज चार घंटे में किया. रिम्स के इतिहास में यह पहला ट्रिपल वॉल्व सर्जरी किया गया. मरीज को यह परेशानी पिछले डेढ़ वर्षों से थी.
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इसके बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टरों ने बताया कि महिला के ओपन-हार्ट सर्जरी के दौरान दो वाल्व, मित्राल और महाधमनी वाल्व को यांत्रिक वाले से बदला गया. इसके साथ ही ट्राइकसपिड वाल्व की मरम्मत भी की गई.
मरीज का तीनों वाल्व हो चुका था खराब
सीटीवीएस विभाग के प्रमुख डॉ विनीत महाजन ने कहा कि रूमेटिक हार्ट डिजीज के कारण मरीज के तीनों प्रमुख वाल्व खराब हो गए थे. इससे उसका दिल बड़ा हो गया था और दिल की कार्यक्षमता कम हो गई थी. यह एक बड़ा ऑपरेशन था जो राज्य में पहली बार किया गया. इस तरह की सर्जरी में जोखिम बहुत ज्यादा होती है, साथ ही मरीज की जान को भी खतरा रहता है.
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भविष्य में और बेहतर करने की हमारे पास क्षमता
वहीं ऑपरेशन में शामिल डॉ राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि रिम्स में हमने दो वाल्वों को मैकेनिकल एक साथ बदल दिया. तीसरे वाल्व की मरम्मत की गई. सर्जरी के दो घंटे के बाद ही मरीज को ओटी से बाहर निकाला गया. रिम्स भविष्य में भी बेहतर इलाज और सुविधाओं के लिए कार्य करता रहेगा, ताकि यहां के लोगों को दूसरे राज्य जाने की जरुरत न पड़े. इस सफल ऑपरेशन के लिए मरीज के परिवार ने रिम्स और ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने मरीज के ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी थी पर डॉक्टरों ने मरीज को नया जीवन दिया.
सर्जरी टीम में ये रहे शामिल
मरीज का यह सफल ऑपरेशन डॉ विनीत महाजन, डॉ राकेश कुमार चौधरी, डॉ अंशुल कुमार, डॉ शिव प्रिये, डॉ नितेश सिन्हा, डॉ मुकेश और अमित शामिल थे.