Special Correspondent
New Delhi: भारतीय नौसेना अंडमान सागर में आज से 25 नवंबर तक 27वें भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास सिम्बेक्स-20 की मेजबानी करेगी. भारतीय नौसेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (आरएसएन) के बीच 1994 से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य आपसी अंतर-संचालन को बढ़ाना और एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखना है. पिछले दो दशकों में इन अभ्यासों का दायरा और जटिलता लगातार बढ़ा है, जिसमें समुद्री संचालन के व्यापक कार्य – क्षेत्र को कवर करने वाले उन्नत नौसेना अभ्यास भी शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया दौरा: पहले वन-डे में इन 9 खिलाड़ियों का खेलना लगभग तय
भारतीय नौसेना की पनडुब्बी सिंधुराज और समुद्री टोही भी होंगे शामिल
सिम्बेक्स-2020 में चेतक हेलीकॉप्टर के साथ विध्वंसक राणा और स्वदेश निर्मित कोरवेट कामोर्टा व करमुक समेत भारतीय नौसेना के जहाज शामिल होंगे. इसके अलावा, भारतीय नौसेना की पनडुब्बी सिंधुराज और समुद्री टोही विमान पी8 आई भी इस अभ्यास में भाग लेंगे. फोर्मीडेबल श्रेणी के फ्रिगेट्स इंट्रेपीड व स्टेडफ़ास्ट, एस70बी हेलीकॉप्टर तथा ‘एनडयोरैंस’ श्रेणी के लैंडिंग शिप टैंक इनडेवीऑर’ अभ्यास में आरएसएन का प्रतिनिधित्व करेंगे.
इसे भी पढ़ें- विधायक इंद्रजीत महतो ने सिंदरी प्लांट में स्थानीय युवकों को रोजगार देने में भेदभाव का लगाया आरोप
आपसी विश्वास, तालमेल और सहयोग को बढ़ाने वाला अभ्यास
कोविड-19 महामारी को देखते हुए केवल समुद्र में इस अभ्यास को आयोजित किया जा रहा है. यह अभ्यास दो मित्र नौसेनाओं और समुद्री पड़ोसियों के बीच समुद्री डोमेन में आपसी विश्वास, तालमेल और सहयोग के उच्च स्तर को बढ़ाने वाला है. भारत और सिंगापुर का ये अभ्यास दोनों देशों के बीच विचारों के समन्वय और एकरूपता के उच्च स्तर को दर्शाता है.
इसे भी पढ़ें- कोरोना पॉजिटिव पूर्व मंत्री ओपी लाला का निधन, कांग्रेस में शोक की लहर