Gaya : कोरोना महामारी से जहां पूरा देश परेशान है. इसके निजात के लिए सरकार और डॉक्टरों द्वारा हर संभंव कोशिश की जा रही है. पूरे विश्व के वैज्ञानिक कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन बनाने में दिन-रात जुटे हुए है. जिसे लोगों की जान बचायी जा सके. लेकिन बिहार में अंधविश्वास का खेल भी खेला जा रहा है. ऐसा ही मामला गया के काली मंदिर में देखने को मिला है. जहां कोरोना को कम करने के लिए एक बकरे की बलि दी गई है.
कालीबाड़ी मंदिर में किया गया तांत्रिक पूजा
गया के कालीबाड़ी मंदिर में कोरोना से देश को मुक्त कराने के लिए विशेष तांत्रिक पूजा का आयोजन किया गया.जिसमें काली मंदिर में एक बकरे की बलि चढ़ाई गयी. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पुराने समय में भी महामारी से बजने के लिए बलि देनी की प्रथा थी. इस दौरान पूजा- पाठ कर सुख शांति की कामना की गयी है. तांत्रिक पूजा के साथ- साथ हवन का भी आयोजन किया गया.
मंदिर के स्थापना दिवस के दिन विशेष पूजा- अर्चना की गई
कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर के स्थापना दिवस के दिन विशेष पूजा- अर्चना की जाती है. जो इस साल कोरोना से मुक्ति के लिए की गई है. बकरे की बलि देने के बारे में तांत्रिक ने कहा कि ये हमने नहीं दिया है. बल्कि एक भक्त के द्वारा दिया जा रहा है. बता दें कि तांत्रिक रवि अपने कारनामों को लेकर कई बार चर्चा में आये है. और जेल भी जा चुके है. वहीं मंदिर के पुजारी ने कहा कि मंदिर में होने वाले हवन के लिए मछली भी मंगवायी गई है.