Jamtara: हाल ही में आईटीडीए जामताड़ा द्वारा टेंडर निकाला गया है. इस निविदा में नियमों की अनदेखी की जा रही है. निविदा में ITDA जामताड़ा कार्यालय द्वारा 10 लाख से ऊपर की राशि के चार समूहों का टेंडर ऑफलाइन कराया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर यह नियम लागू है कि 10 लाख से ऊपर की राशि की निविदा ऑनलाइन होगी. इसमें नियम का उल्लंघन हो रहा है. अधिकांश टेंडर नियम व शर्तो को ताक पर रखकर निकाला जा रहा है.
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विभाग की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
सूत्रों की मानें तो कार्यकारी एजेंसियां ऑनलाइन टेंडर आमंत्रित करने से गुरेज करती हैं. चूंकि ऑनलाइन टेंडर होने से पारदर्शिता और प्रतिभागियों की संख्या में इजाफा हो जाएगा. इस कारण टेंडर मैनेज करना मुश्किल होगा. अधिकारियों के चहेतों को काम लेने में परेशानी होगी. वहीं कोर बैकिंग के जमाने में भी आईटीडीए (Integrated Tribal Development Agency) विभाग यह दलील देती है कि परिमाण विपत्र मूल्य का भुगतान निविदा की शर्त के अनुसार एसबीआई के ही डिमांड ड्राफ्ट से लिया जाएगा. जबकि परिमाण विपत्र के मूल्य से प्राप्त होने वाली राशि से सरकार को राजस्व प्राप्त होता है. वहीं आईटीडीए के टेंडर में राष्ट्रीयकृत बैंक का डिमांड ड्राफ्ट स्वीकार नहीं किए जाने पर कई संवेदकों ने आपत्ति जतायी है. इससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं.
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