Ranchi : झारखंड में टेरर फंडिंग,नक्सली हमले और मानव तस्करी के मामले में एनआईए की दबिश बढ़ी है. एनआईए राज्य में झारखंड में टेरर फंडिंग,नक्सली हमले और मानव तस्करी से संबंधित कुल 16 मामले की जांच कर रही है. इन सभी मामलों में शामिल कई आरोपियों को एनआईए ने जहां गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं कई फरार नक्सलियों और उग्रवादियों ने इनाम घोषित किया है. इस साल की बात की जाए तो एनआईए ने दो मामले को टेकओवर किया है. पहला मामला लातेहार के बालूमाथ में सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा वाहनों में आगजनी करना, जबकि दूसरा मामला चाईबासा के लांजी में नक्सली हमले में शहीद हुए तीन पुलिसकर्मी के मामले शामिल हैं. इन दोनों मामलों में एनआईए ने कुल 40 लोगों को नामजद आरोपी बनाया है.
टेरर फंडिंग,नक्सली हमले और मानव तस्करी के मामले की जांच कर रही एनआईए
झारखंड में एनआईए टेरर फंडिंग, नक्सली हमले और मानव तस्करी के मामले की जांच कर रही है. जिनमें पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड, नक्सली सुधाकर के भाई के पास से 25 लाख रुपये नकद और आधा किलोग्राम सोना बरामदी, पलामू में टीपीसी उग्रवादी श्याम के लेवी के पांच लाख रूपया और हथियार के साथ गिरफ्तारी का केस है.
साथ ही चतरा में टीपीसी उग्रवादी कमलेश गंझू के 36 लाख रूपया, एक एके 47, एक पिस्तौल और 56 गोली के साथ गिरफ्तारी, गिरिडीह के डुमरी में लेवी के 6 लाख रुपया के साथ नक्सली मनोज कुमार की गिरफ्तारी, गिरिडीह के डुमरी थाना से भारी मात्रा में हथियार और नक्सली साहित्य की बरामदगी, गिरिडीह में पकड़े गए 16 नक्सलियों के निशानदेही पर 1125 आधार कार्ड 160 एटीएम और 200 बैंक अकाउंट बरामदगी, टीपीसी नक्सलियों के द्वारा झारखंड और बिहार में लेवी वसूलने के मामले, लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में नक्सलियों के जर्मन मेड हथियार की बरामदगी का केस है.
वहीं सरायकेला में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या, लातेहार में चार पुलिसकर्मियों की हत्या, मानव तस्करी के मामले, तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले, लातेहार में पांच लाख रूपया के साथ नक्सलियों की गिरफ्तारी और चाईबासा के लांजी में नक्सली हमले में शहीद हुए तीन पुलिसकर्मी के मामले की जांच एनआईए कर रही है.
राज्य के कई नक्सली और उग्रवादियों पर एनआईए ने किया है इनाम घोषित
राज्य के कई नक्सली और उग्रवादियों पर एनआईए ने इनाम घोषित किया है. जिनमें टेरर फंडिग केस में फरार चल रहे पीएलएफआई सुप्रीमों दिनेश गोप पर भी पांच लाख का इनाम रखा गया है. चतरा जिला स्थित मगध आम्रपाली कोल परियोजना में फरार चले रहे झारखंड पुलिस के 25 लाख के इनामी ब्रजेश गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता पर पांच लाख, टीपीसी कमांडर आक्रमण जी पर तीन लाख, गिरिडीह में भाकपा माओवादियों के हथियार की सप्लायी व टेरर फंडिंग के केस में रामदयाल महतो पर तीन लाख, अजय महतो पर तीन लाख, चंचल पर दो लाख, कृष्णा दा पर दो लाख की घोषणा की है. जबकि सिंगराई सोरेन और शनिचर हेंब्रम पर 50- 50 हजार का इनाम रखा गया है.
रडार पर कई बड़े नक्सली और उग्रवादी
एनआईए की रडार पर कई नक्सली और उग्रवादी हैं. जिनमें – भाकपा माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस, प्रयाग मांझी, पतिराम मांझी, महाराजा प्रमाणिक, गुरुवा मुंडा, रविंद्र गंझू, टीपीसी के भीखन गंझू, नागेश्वर गंझू एनआईए के रडार पर है.