LagatarDesk : सावन का पावन महीना आज यानी 14 जुलाई से शुरू हो गया. जो 12 अगस्त तक रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन (श्रावण) महीना पंचांग का पांचवा महीना होता है. यह महीना भगवान शिव यानी भोलेनाथ को समर्पित होता है. सावन महीने में सोमवार और भोलेनाथ की पूजा का खास महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि सावन में महादेव की अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. (पढ़ें, साहिबगंज : हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो युवकों की मौत, शवों की नहीं हुई पहचान)
इस सावन बन रहा विष्कुंभ और प्रीति योग का संयोग
इस बार सावन में खास संयोग बन रहा है. क्योंकि पावन महीने की शुरुआत दो शुभ योग में हो रही है. सावन के पहले दिन ही विष्कुंभ और प्रीति योग का संयोग बन रहा है. ज्योतिष के अनुसार, ऐसे संयोग में शिव जी की पूजा करने से दोगुना फल मिलता है. इस बार सावन के चारों सोमवार पर भी विशिष्ट योग बन रहे हैं. जिससे सावन सोमवार में पूजा और व्रत का महत्व बढ़ गया है.
इसे भी पढ़ें : हल्की तेजी के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स में 186 अंकों की बढ़त, बैंकिंग शेयरों में बिकवाली
इस बार सावन में होंगे 4 सोमवारी
- पहला सावन सोमवार- 18 जुलाई 2022
- दूसरा सावन सोमवार- 25 जुलाई 2022
- तीसरा सावन सोमवार- 1 अगस्त 2022
- चौथा सावन सोमवार- 8 अगस्त 2022
सावन 2022 पहले दिन शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:11 AM से 04:52 AM तक
- अभिजित मुहूर्त- 11:59 AM से 12:54 PM तक
- अमृत काल मुहूर्त- 02:45 PM से 03:40 PM तक
- गोधूलि मुहूर्त- 07:07 PM से 07:31 PM तक
भोलेनाथ को ये 5 चीजें चढ़ाकर करें खुश
भगवान शिव को खुश करने के लिए सावन में कुछ चीजें अर्पित करनी चाहे. मान्यता है कि इन चीजों को चढ़ाने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं.
- शमी के पत्ता : भगवान शिव की पूजा में शमी के पत्ते भी चढ़ाये जाते हैं. शमी को शनिदेव का पेड़ माना जाता है. इसलिए शिवलिंग पर इसके पत्ते चढ़ाने से भोलेनाथ के साथ-साथ शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं.
- धतूरा : सावन में शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाने की परंपरा है. धतूरा भगवान शिव को बेहद प्रिय है. ऐसा कहा जाता है कि शिवलिंग पर धतूरे के फूल चढ़ाने से पुत्र प्राप्ति हो सकती है. शिव की पूजा में लाल डंठल वाला धतूरा भी चढ़ाया जाता है.
- भांग : भगवान शिव को भांग भी बहुत प्रिय है. वैसे तो ये एक नशीला पौधा होता है, लेकिन आयुर्वेद के साथ-साथ शिवजी की पूजा इसका विशेष महत्व बताया गया है. सावन में भांग से शिव का श्रृंगार करने से मनोवांछित वरदान मिल सकता है.
- बेल पत्र : जीवन में कोई संकट हो या काम में रुकावट आ रही हो तो सावन में भगवान शिव को बेल पत्र यानी जरूर चढ़ाएं. शास्त्रों के अनुसार, बेल की जड़ में स्वयं भगवान शिव का वास होता है.
- आक या मदार के फूल : भगवान शिव को आक के फूल भी अर्पित किये जाते हैं. शिवपुराण के अनुसार, लाल और सफेद रंग के फूल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसका पौधा मुख्य द्वार पर लगाना भी बहुत शुभ माना जाता है.
इसे भी पढ़ें : खतरे की घंटी, बोकारो में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा, 19 नये मरीज मिले, एक्टिव केस 40
सावन में रखें ये सावधानियां
- सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.
- सावन में तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.
- सावन महीने में मांसाहार भोजन, मदिरापान, हरी पत्तेदार सब्जियां, बैंगन, लहसुन, प्याज का त्याग करें.
- पूरे सावन शिवलिंग पर दूध चढ़ाये और दूध का सेवन न करें.
- मान्यता है कि सावन माह में शरीर पर तेल भी नहीं लगाना चाहिए.
- साथ ही ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : मोहन भागवत का बयान चर्चा में, कहा, सिर्फ खाना और जनसंख्या बढ़ाना, यह काम तो जानवर भी करते हैं
Subscribe
Login
0 Comments