Ranchi: पुरुलिया रोड रांची के संत मरिया महागिरजाघर में शुक्रवार को चालीसा का उपवास काल के तहत क्रुस रास्ता पर्व का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों मसीही समुदाय के लोग शामिल हुए. क्रुस रास्ता की विनती में फादर प्रफुल, फादर डिकेन जेवेल, फादर जॉर्ज समेत दर्जनों क्रुस सेवक शामिल हुए. मसीही समुदाय को मसीही बहन सीमा खोया ने यीशु मसीह की 14 घटनाओं का जिक्र करते हुए विस्तार से जानकारी दी.
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इस दाैरान यीशु मसीह के क्रुस रास्ता पर चिंतन-मनन किया गया. जहां यीशु को क्रुस में बांधा गया था. उसे तड़पाया गया था. यीशु के कंधे पर क्रुस लादा जाता है. तीसरे स्थान पर यीशु पहली बार क्रुस के नीचे गिरते हैं. चौथे स्थान पर यीशु और उनकी दुखी मां मरियम की भेंट होती है. पांचवें स्थान पर सिरिनी सिमोन क्रुस ढोने में यीशु को सहायता करते हैं. छठे स्थान पर बेरोनिका यीशु का चेहरा पोंछती हैं. सातवें स्थान पर यीशु क्रुस से दूसरी बार गिरते हैं. आठवें स्थान पर येरूसलेम की स्त्रियां यीशु के लिए रोती कलपती हैं. नवें स्थान पर यीशु मसीह क्रुस से तीसरी बार गिरते हैं. दसवें स्थान पर यीशु का कपड़ा उतारा जाता हैं. ग्यारहवें स्थान पर यीशु पर कील ठोंकी जाती है. बारहवें स्थान पर क्रुस पर यीशु की मौत हो जाती है. तेरहवें स्थान पर यीशु क्रुस से उतारे जाते हैं. चौदहवें स्थान पर यीशु को कब्र में रखा जाता है. निर्दोष होते हुए भी सजा दी गई. क्रुस के द्वारा दुनिया को बचाया.विश्वासियों के आत्माओं को परमेश्वर शांति प्रदान करें.
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