Ranchi: ED की कार्रवाई के बाद पावर ब्रोकर के रूप में चर्चित प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव ने रांची में जिस जमीन में करोडो रुपये इन्वेस्ट किये हैं, उसके कई दावेदार सामने आ रहे हैं. रांची के चेशायर होम रोड स्थित जिस 60 कठा भूखंड की डील पुनीत भार्गव ने की है, उसके तीन दावेदार अब तक सामने आ चुके हैं. पहले दावेदार हैं उमेश गोप जो खुद को असली मालिक बता रहे हैं उन्होंने लगातार को उक्त भूखंड से जुड़े कई दस्तावेज दिए हैं. यहां तक की खतियान में भी उमेश गोप के पूर्वजों का ही नाम दर्ज है. दूसरे दावेदार हैं लखन सिंह जिनके पिता हैं काली राम सिंह, इनके नाम से हुई रजिस्ट्री के दस्तावेज भी लगातार के पास मौजूद हैं. झारखंड की लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
शुक्रवार को इस शीर्षक से छपी थी खबरः Lagatar Exclusive : सांसद निशिकांत ने जिसे सिर्फ भार्गव कहा, कहीं वह पुनीत भार्गव तो नहीं ! जिसके नाम हैं कई भूखंड
कोलकाता के रिकॉर्ड रूम में मौजूद हैं दस्तावेज
दावा किया जा रहा है कि लखन सिंह के नाम से बने दस्तावेज कोलकता के रिकॉर्ड रूम में मौजूद है, जो कि संदेहास्पद है. तीसरे दावेदार हैं राजेश राय जिनके पिता हैं जगदीश राय, पुनीत भार्गव को इनके द्वारा ही जमीन की रजिस्ट्री की गई है. पुनीत भार्गव ने जमीन खरीद लेने के बाद विष्णु अग्रवाल को रजिस्ट्री कर दिया. जमीन की रजिस्ट्री के बाद म्यूटेशन भी करा लिया गया है. जिसकी कहानी हम अगली किश्त में प्रकाशित करेंगे. बता दें कि गाड़ी मौजा की जिस जमीन की खरीद-बिक्री मात्र 9 करोड़ रुपये दिखाया गया है. उसका मार्किट वैल्यू लगभग 18 करोड़ रुपये है यानी दोगुना. इस जमीन की डील में रांची के कई बड़े चेहरे भी शामिल हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे से सारा खेल रचा है. उन चेहरों से भी हम पर्दा हटाएंगे.
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