Dharmendr Mishra
Jamshedpur : जिला में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा बॉर्डर एरिया पर बनाए गए चेक नाकों पर जिला में प्रवेश करने वालों की कोविड जांच की जा रही. वहीं शहर में लगातार मास्क चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. सर्विलांस टीम घर-घर जाकर कोविड जांच कर रही है. जिला प्रशासन ने बॉर्डर एरिया में कोविड जांच के लिए 14 चेक नाका बनाए हैं. हल्दीपोखर तिरिंग चेकपोस्ट, हाताचेक पोस्ट, कटिंग चौक चेकपोस्ट, केसरपुर चेकपोस्ट, गुड़ाबांदा पिकेट चेकपोस्ट, बेन्द सड़क चेकपोस्ट, कलियाडीयो चेकपोस्ट, बड़सोल चेकपोस्ट, पारडीह चेकपोस्ट, मानगो बस स्टैंड, दोमुहानी चेकपोस्ट, आदित्यपुर ब्रिज चेकपोस्ट, कदमा टोल ब्रिज चेकपोस्ट और रेलवे स्टेशन पर तीन चेकपोस्ट बनाए गए हैं.
तीन पाली में हो रही जांच, लक्ष्य पूरा होते ही कर्मचारी चले गए

लगातार न्यूज के संवाददाता बुधवार को मानगो ब्रिज के बगल में बने चेकनाका पर दोपहर तीन बजे पहुंचे तो कैम्प में दंडाधिकारी के रूप में तैनात बिनोद प्रसाद ने बताया कि यहां ट्रैफिक बहुत अधिक है. इसलिए सबको रोक कर कोविड की जांच करना संभव नहीं है, जो लोग स्वेच्छा से जांच करवाने आते हैं उनकी जांच की जा रही है. तीन पाली में जांच की जा रही है. प्रसाद के अनुसार एक पाली में कम से कम 70 लोगों की जांच हो रही है. प्रशासन द्वारा दिया गया लक्ष्य पूरा किया जाता है. मानगो बस पड़ाव के पांच नंबर गेट पर बने कोविड जांच कैम्प में कोई नहीं मिला. लोगों से पूछने पर पता चल की कैम्प में कोविड जांच करने का लक्ष्य पूरा हो गया इसलिए सभी कर्मचारी चले गए.
आदित्यपुर ब्रिज : रैंडम की जा रही है जांच

आदित्यपुर से जमशेदपुर में प्रवेश करने वालों की कोविड जांच के उद्देश्य से आदित्यपुर ब्रिज पर कोविड जांच हेतु स्थायी कैम्प बनाया गया है. वहां शाम 4.30 बजे संवाददाता पहुंचे, लेकिन कैम्प में तैनात दंडाधिकारी दीपक कुमार नदारत थे. संवाददाता ने मोबाइल फोन पर संपर्क किया तो दंडाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि वे नाश्ता करने आए हैं. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर से प्रतिदिन हजारों की संख्या में आदित्यपुर रोजगार के लिए लोग जाते हैं. ऐसे में प्रतिदिन सबका कोविड जांच करना संभव नहीं है. इसलिए इस कैम्प पर रैंडम जांच की जाती है. ताकि पता चल सके कोविड किस रफ्तार से बढ़ रहा है. इस कैम्प में प्रतिदिन 150 से 200 लोगों की कोविड जांच हो रही है. यहां ट्रैफिक बहुत है, इसलिए प्रत्येक को रोक कर सबकी जांच करने पर सड़क जाम हो जाएगी. दो पहिया वाहन सवार की जांच तो की जाती है लेकिन निजी चार पहिया वाहन से आने जाने वालों की जांच नहीं की जा रही है. वहीं चाईबासा और सरायकेला से आने वाले बसों के यात्रियों की भी जांच नहीं हो पा रही है.
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