Ranchi : राज्य स्तरीय बैंर्कस समिति की 79वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक शुक्रवार को बीएनआर चाणक्या में आयोजित की गई. बैठक में बैंक ऑफ इंडिया के प्रधान कार्यालय मुंबई के कार्यकारी निदेशक स्वरूप दास गुप्ता एवं प्राथमिकता क्षेत्र एवं ग्रामीण व्यवसाय विभाग के महाप्रबंधक नितिन गोविंदराव देशपांडे विशेष रूप से सम्मिलित हुए. सुबोध कुमार ने मार्च 2022 तिमाही की प्रमुख उपलब्धियों एवं कार्यकलापों की जानकारी सभा को दी. पूर्व के कार्य-संपादन रिपोर्ट (ATR) की संपुष्टि के बाद राज्य में संचालित विविध बैंकों की उपलब्धियों और भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के अतंर्गत प्रगति पर राज्य स्तरीय बैंर्कस समिति द्वारा विंदुवार प्रस्तुति की गई. इसमें कहा गया है कि कोरोना काल के बाद मार्च 2022 तिमाही तक बैंकों द्वारा प्रदर्शन के जो आंकड़े सामने आये हैं, वो काफी संतोषजनक हैं. कई सेक्टर में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं. बैंकों के नतीजे बताते हैं कि कोरोना से जूझ रही अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है.
सम्मानित किये गये कई बैंक
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव द्वारा स्वयं सहायता समूह (Credit-Linkage) के क्षेत्र एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्था (RSETI) द्वारा वित्तीय वर्ष 2021- 22 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बैंक जैसे कि बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, केनरा बैंक एवं इंडियन बैंक को सम्मानित किया गया.
लक्ष्य 44,388.44 करोड़, उपलब्धि 57,674.44 करोड़
31 मार्च 2022 की स्थिति के अनुसार, वार्षिक ऋण योजना (ACP) 2021-22 में बैंकों को दिये गए कुल लक्ष्य 44,388.44 करोड़ के विरुद्ध उपलब्धि 57,674.44 करोड़ की रही, जो कि कुल लक्ष्य का 129.93% है. इस तिमाही में बैंकों से कुल ऋण प्रवाह में पिछले दिसंबर 2021 की तिमाही की तुलना में 7.66% की वृद्धि दर्ज की गई है. जबकि कुल जमा में 5.59% की वृद्धि हुई है. राज्य के ऋण-जमा अनुपात में भी 1.15% की वृद्धि हुई है. यह दिसंबर 2021 के 41.22% से बढ़कर मार्च 2022 तिमाही में 42.37% हो गई है, जबकि सितंबर 2021 की तिमाही में राज्य का ऋण-जमा अनुपात 39.67% था. मार्च 2022 की तिमाही की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में कर्ज की स्थिति में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं.
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के 1.62 करोड़ खाते खोले गये
वित्तीय समावेशन के अंतर्गत 31 मार्च 2022 तक राज्य में प्रधानमंत्री जन-धन योजना के कुल 1.62 करोड़ खाते बैंकों द्वारा खोले गए हैं. सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत राज्य में 31 मार्च 2022 तक 29.93 लाख लोगों को PMJJBY तथा 85.02 लाख लोगों को PMSBY से जोड़ा गया. APY के अंतर्गत PFRDA द्वारा राज्य को वित्तीय वर्ष 2021-22 में दिये गए कुल लक्ष्य 1,95,220 के विरुद्ध बैंकों द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 3,12,575 लोगों को जोड़ा गया है.
ये रहे उपस्थित
बैठक में दीप्ति जयराज, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक बिनोद कुमार बिष्ट, यूनियन बैंक के महाप्रबंधक ज्ञान नंदन सारंगी आदि उपस्थित रहे.
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