Mumbai : बटेंगे तो कटेंगे… का नारा उत्तर प्रदेश और झारखंड में चलता होगा, महाराष्ट्र में नहीं चलेगा. मैं इसका समर्थन नहीं करता. हमारा नारा है-सबका साथ सबका विकास. महाराष्ट्र में NDA के सहयोगी और डिप्टी सीएम अजित पवार ने योगी आदित्यानाथ के नारे का विरोध किया है. अजीत पवार इंडिया टुडे से बात कर रहे थे. कहा कि दूसरे राज्यों के भाजपा के मुख्यमंत्री तय करें कि उन्हें क्या बोलना है. कहा कि महाराष्ट्र में बाहर के लोग आकर इस तरह की बातें बोल जाते हैं. श्री पवार ने कहा कि हम भाजपा-शिवसेना गठबंधन महायुति में शामिल हैं, लेकिन हमारी पार्टियों की विचारधारा अलग-अलग है.
भाजपा बांटने का काम करती हैं, केवल कांग्रेस ने इस देश को एक रखने के लिए बलिदान दिए हैं !
कांग्रेस है तो देश एक भी रहा, Safe भी रहा !
📍 नागपुर, महाराष्ट्र pic.twitter.com/xRm5eNAzJi
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 9, 2024
पीएम भी एक रहेंगे सेफ रहेंगे का नारा लगा रहे हैं
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ . एक रहेंगे तो नेक रहेंगे… ‘बटेंगे तो कटेंगे… का नारा लगा रहे हैं. यहां तक कि पीएम मोदी भी चुनावी रैलियों में एक रहेंगे सेफ रहेंगे का नारा लगा रहे हैं. अजित पवार के बयान पर शिंदे की शिवसेना ने कहा कि अजित पवार इसका मतलब आगे समझेंगे शिवसेना (शिंदे गुट) नेता संजय निरूपम ने योगी आदित्यनाथ के बयान का अर्थ समझाते हुए कहा, अगर आप बिखर जाते हैं, तो कमजोर हो जाते हैं. एकजुट रहते हैं, तो मजबूत रहते हैं. अजित दादा आज नहीं समझ रहे हैं, आगे समझ जाएंगे. बंटेंगे तो कटेंगे.. लाइन बिल्कुल चलेगी. अजित दादा को समझना पड़ेगा.
राहुल का आरोप ,भाजपा बांटने की राजनीति कर रही है
उधर राहुल ने आरोप लगाया है कि भाजपा बांटने की राजनीति कर रही है. राहुल गांधी ने भाजपा पर विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. योगी के नारे की निंदा करते हुए कहा है कि यह एक धर्म को दूसरे धर्म के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास है.
बांटने वाले भी वो ही हैं और काटने वाले भी वो ही हैं
इससे पहले खड़गे ने नौ नवंबर को नागपुर में भाजपा पर बरसते हुए कहा कि योगी के मुंह में राम है और बगल में छुरी है. योगी साधु की कपड़े में आते हैं और फिर बोलते हैं कि बटेंगे तो कटेंगे. बांटने वाले भी वो ही हैं और काटने वाले भी वो ही हैं. कहा कि हजारों साल पहले मनुस्मृति ने बांटा और तब से काटते आ रहे हैं. मनुस्मृति में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र और अतिशूद्र में बांटा. पीएम मोदी कहते हैं कि एक हैं तो सेफ हैं. अगर मोदी को एक होकर सेफ होना है तो मनुस्मृति को जला दें.