Ranchi: लंबे समय से सरना धर्म कोड की मांग चल रही थी. लेकिन लगता है कि अब आदिवासी संगठनों का इंतजार खत्म होने वाला है. उक्त बातें आदिवासी मामलों के जानकार और सेवानिवृत्त प्रोफेसर करमा उरांव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास से उन्हें इस बात का भरोसा दिलाया गया है कि झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर हेमंत सरकार सरना धर्म कोड के प्रस्ताव को पारित करने के लिये केंद्र सरकार को भेज देगी. उनका कहा कि सरना धर्म कोड नहीं होने आदिवासी समाज में लगातार धर्मांतरण के मामले आ रहे थे. उन्होंने कहा कि धर्म कोड नहीं होने के कारण समाज को सांस्कृतिक रूप से भी बड़ी क्षति उठानी पड़ रही थी.
सीएम ने दिया था भरोसा
प्रोफेसर करमा उरांव ने बताया कि पिछले दिनों विभिन्न आदिवासी संगठनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और अपनी मांगों के लिये ज्ञापन भी सौंपा था. उसी समय मुख्यमंत्री की तरफ से भरोसा दिलाया गया था.
धन्यवाद देने का सिलसिला भी शुरु
करमा उरांव के अनुसार उनके सीएम आवास के सूत्रों से उनको जानकारी मिली है कि स्थापना दिवस के दिन सरकार इस प्रस्ताव को विधानसभा से पारित कराएगी. इस खबर के मिलते ही तमाम आदिवासी नेताओं ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना भी शुरू कर दिया है.