Ranchi: लंबे समय से एक ही जेल में कार्यरत कर्मियों की कैदियों से सांठगांठ बढ़ गयी है. इसे देखते हुए झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप तिर्की ने जेल आईजी को पत्र लिखा है. जेल आईजी को लिखे गये इस पत्र में कहा गया है कि, झारखंड के विभिन्न जिलों में कार्यरत स्थायी, अनुबंध और दैनिक कर्मी पिछले 3 से 10 वर्षों से एक ही जेल में पदस्थापित है. इस वजह से जेल कर्मी और कैदियों के बीच सांठगांठ बढ़ गयी है. जो सुरक्षा की दृष्टिकोण से ठीक नहीं है.
एक ही जेल में जमे कर्मियों का हो तबादला
झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप तिर्की ने पत्र के माध्यम से आईजी से मांग की है कि एक ही जेल में जमे कर्मियों का तबादला किया जाना चाहिए. जेल हस्तक नियम के अनुसार प्रत्येक 3 वर्ष में जेल कर्मियों का स्थानांतरण अनिवार्य रूप से होना है. जेल सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और कारा हस्तक नियम का पालन करते हुए जेल में कार्यरत स्थायी, अनुबंध और दैनिक कर्मी जिनकी सेवा एक ही जेल में 3 वर्ष या उससे अधिक समय से हो गयी है. उनका स्थानांतरण यथाशीघ्र किया जाए.
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झारखंड कारा कक्षपाल संवर्गो को मिले समान वेतन और भत्ता
झारखंड के कारा कक्षपाल संवर्गो के वेतन और भत्ते को बिहार कारा कक्षपाल संवर्गो के वेतन और भत्ते के समान देने की मांग की गयी है. इसको लेकर झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप तिर्की के द्वारा जेल आईजी को पत्र लिखा गया और कहा गया की झारखंड के जेलों में कार्यरत/ प्रतिनियुक्त कक्षपाल संवर्गो के वेतन और भत्ते में कई दशकों से पुनरीक्षण नहीं की गयी है. जिस वजह से बिहार के कक्षपालों संवर्गों की तुलना में झारखंड के कक्षपाल संवर्ग के वेतन में भारी विसंगतियां हैं.
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