Bermo: बोकारो जिले के ग्रामीण क्षेत्र गोमिया में पिछले पांच महीने में पांच आत्महत्या की घटना हो चुकी है. वैसे एक साल के आंकडे को देखें तो यह संख्या 14 तक पहुंच जाती है. आत्महत्या के कारणों की पूरी तफ्तीश नहीं हो पाती है. इन मामलों में अधिकतर पारिवारिक कलह, डिप्रेशन, आर्थिक तंगी या नशे की लत की वजह सामने आती है.
जितेन्द्र का शव फंदे से झूलता मिला था
एक सप्ताह के अंदर गोमिया थाना क्षेत्र के स्वांग में दो लोगों की फांसी के फंदे से झूलने से मौत हो गई. इसमें एक मृतक सीसीएल कर्मी हीरामन महतो स्वांग के न्यू माईनर्स कॉलोनी में रहता था. दोपहर को अपने क्वार्टर में फंदे पर झुलता हुआ उसका शव बरामद किया गया. इसी प्रकार 21 मई को स्वांग पुराना माईनर्स के जितेन्द्र कुमार रविदास का फंदे से झूलता शव मिला था. वह पिछले कई वर्षों से मानसिक रोग से ग्रसित था. एक सीसीएलकर्मी रावण भोक्ता रात को खाना खाने के बाद सोने गया. सुबह जब उसके कमरे में पत्नी जगाने गई तो वग फंदे से लटका मिला.
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बता दें कि 10 अप्रैल को खुदगडा ग्राम निवासी शंकर यादव जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. इसी तरह 24 मार्च को होसिर शब्दीटांड निवासी विनोद रविदास की घर में फंदे से लटकती लाश मिली थी. इसी तरह शिबन प्रजापति, श्यामसुन्दर यादव, अजय कुमार सिंह, शालिनी कुमारी, शिवम कुमार, सुमन देवी, पिंकी कुमारी की फांसी लगाकर आत्महत्या की घटना हुई थी. ये सारे मामले पुलिस फाइल में दर्ज हैं.
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यह चिंतनीय विषय है