Ranchi : कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को लेकर उत्पन्न हुई चुनौतियों और उससे निपटने की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार के उठाए कदमों की वजह से आज तीसरी लहर में राज्य में कहीं भी अफरातफरी अव्यवस्था का माहौल नहीं है. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक के दौरान सीएम ने यह बात की. उन्होंने कहा कि जिस तरह संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है, उसमे हमें बेहद सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कोरोना से निपटने का सबसे सशक्त हथियार वैक्सीनेशन को बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों के सहयोग से एक बार फिर हम कोविड-19 से जीतकर अवश्य निकलेंगे. इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक श्री रमेश घोलप मौजूद थे.
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हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में हुए हैं बेहतर कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के साथ बेहतर प्रबंधन के जरिए कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर को काफी हद तक काबू में किया. उसी तरह तीसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक और ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल- कॉलेज, जिम, पार्क समेत वैसे सभी संस्थान और सार्वजनिक स्थल बंद कर दिए गए हैं, जहां से संक्रमण के फैलने का खतरा ज्यादा है. भीड़ भाड़ नहीं लगे, इस दिशा में भी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं.
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वैक्सीनेशन में लायी गयी है तेजी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर रणनीति बनाकर जांच में तेजी लाने के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करने का कार्य तेज गति से चल रहा है. राज्य में अब तक 80 प्रतिशत लोगों को पहला टीका लग चुका है. वही , दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 50 प्रतिशत है. इसके अलावा 15 से 18 वर्ष के लगभग 22 प्रतिशत किशोरों ने टीके की पहली डोज़ ले ली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण में तेजी लाने के लिए 150 मोबाइल टीकाकरण वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके माध्यम से सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में लोगों को टीका लगाने का काम हो रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 30,000 लोग बूस्टर डोज ले चुके है. जल्द ही राज्य में टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा.
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कोरोना जांच का दायरा बढ़ा
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर को देखते हुए कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है. पहले जहां सामान्य रूप से पूरे राज्य में 30,000 से 35,000 सैंपल की जांच होती थी, वही आज 80,000 कोरोना जांच हो रही है. जांच के लिए कई जिलों में आरटीपीसीआर के साथ अत्याधुनिक कोबास मशीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
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किसी भी व्यक्ति की मौत सिर्फ कोरोना की वजह से नहीं हुई
मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 दिसंबर से अब तक कोविड-19 की वजह से राज्य भर में 34 मौतें हुई है, लेकिन इनमें से 24 वैसे लोग शामिल है जिनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा थी. इसके अलावा अन्य मृतक भी किसी न किसी को गंभीर बीमारी से ग्रसित थे. किसी भी व्यक्ति की मौत सिर्फ कोरोना की वजह से नहीं हुई है.
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25000 बेड की हुई व्यवस्था, जिलों के साथ प्रखंडों में भी लग चुके हैं पीएसए प्लांट
कोविड-19 से निपटने के लिए की गयी तैयारियों की जानकारीउन्होंने कहा कि कोरोना के शुरुआती चरण में यहां के अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में 2500 बेड थे, जो आज बढ़कर 25000 हो गई है. इसके अलावा जिलों के साथ प्रखंडों में भी पीएसए प्लांट लग चुके हैं, ताकि ऑक्सीजन की किल्लत मरीजों को नहीं हो. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.