LagatarDesk : खराब लाइफस्टाइल और खान-पान पर ध्यान नहीं देने के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती है. जिसके कारण जोड़ों में दर्द की समस्या होती है. हालांकि जोड़ों का दर्द के और भी कई कारण होते हैं. इस समस्या को को योगासन करके दूर किया जा सकता है. इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपाय से भी जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं. जोड़ों के दर्द से निजात पाने के लिए आपको हर दिन योगासन करना जरूरी है. इसके साथ ही प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, कपालभाति, भ्रामरी, उज्जायी, अनुलोम विलोम भी करें. इसको करने से जोड़ों का दर्द कम होगा. आइये आपको बताते हैं कुछ खास योगासन के बारे में जिससे आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिलेगा.
प्राणायाम से जोड़ों का दर्द होगा दूर
प्राणायाम करने के लिए किसी समतल जगह पर चटाई बिछाकर पालथी मारकर बैठ जाये. अब बाये नाक को दबाकर दाहिने नाक से सांस को अंदर करके दोनों नाकों से सांस को बाहर निकालें. जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को प्राणायम करने से बहुत ही राहत मिलती है. सुबह-सुबह साधारण प्राणायम करने से यह समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगती है.
सेतुबंधासन करने से जोड़ों का दर्द से मिलेगा छूटकारा
सेतुबंधासन के अभ्यास के लिए पीठ के बल लेट जाये. अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें. अब हथेली को जमीन से सटाकर रखें. घुटने को मोड़े ताकि पैर के तलवे जमीन से लग जाये. अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपने कमर को जितना हो सके ऊपर उठाये. जिससे आपका शरीर एक सेतु यानी पुल का आकार में आ जाये. अब सामान्य रूप से सांस लें और छोड़ें. 10 से 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में बने रहें. अब सांस छोड़ते हुए अपने कमर को वापस जमीन पर लाए और आराम के लिए वापस शवासन के मुद्रा में आ जाये.
वीरभद्रासन करने से जोड़ों के दर्द होगा कम
अगर आपको भी हमेशा जोड़ों में दर्द रहता है तो आप वीरभद्रासन कर सकते हैं. इसके लिए अपने पैरों को करीब 3 से 4 फीट अलग करके सीधे खड़े हो जायें. अपने दाहिने पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर मोड़ें. दोनों हाथों को ऊपर उठायें और हथेलियों को नीचे की ओर रखते हुए जमीन के समानांतर रखें. सांस छोड़ें और दाहिने घुटने को मोड़ें. अपने आप को संतुलित करें. सांस छोड़ें और हाथों को नीचे की ओर लाएं. इसे बाईं ओर भी दोहराये.
शवआसन से भी जोड़ों के दर्द से मिलेगी मुक्ति
शवआसन करने से भी जोड़ों का दर्द कम होता है. शव अर्थात मुर्दा, शरीर को मुर्दे समान बना लेने के कारण ही इस आसन को शवआसन कहते हैं. इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को आराम से फैला लें. अपने पैरों के पंजों को बाहर और एड़ियों को अंदर की ओर रखें. अपने दोनों हाथों को शरीर से करीब 6 इंच की दूरी पर रखें. आपकी हाथों की अंगुलियां मुड़ी हुई, गर्दन सीधी रहनी चाहिए. इस आसन को करते समय अपनी आंखो को बंद रखें.
बालासन से घुटने और जोड़ों के दर्द होंगे कम
बालासान करने से घुटने और जोड़ों का दर्द से राहत मिलती है. इसको करने के लिए घुटनों के बल एक साथ घुटने टेकें और अपनी एड़ी पर बैठें. एक गहरी सांस लें और अपनी बाहों को फैलाये. आगे की ओर झुकें और अपने माथे को नीचे करें. इसको करते समय ध्यान रखें कि आप अभी भी बैठने की स्थिति में हो. आपका शरीर जमीन से नहीं उठा हो. कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और सामान्य रूप से सांस लें. धीरे-धीरे अपनी बाहों को उसी स्थिति में लाये और बैठने की स्थिति में वापस आ जाये.
त्रिकोणासन करने से जोड़ों का दर्द से मिलेगा छूटकारा
पैरों के बीच करीब 3-4 फीट की दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाये.. अपने दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें. जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं तो अपने शरीर को दाईं ओर मोड़ें. आपका बायां हाथ एक साथ ऊपर और दाहिना हाथ से फर्श को छुये. दोनों हाथों को सीधे में लाये. इस पोश्चर में 15 सेकेंड तक रहें. सांस लेते हुए वापस अपने पोजिशन में आ जाये. दूसरी तरफ भी इसे दोहराये.