Ranchi: राज्य के 500 से ज्यादा सहायक अनुबंध शिक्षकों ने 8 महीने से लगातार मानदेय नहीं मिलने के कारण कार्य बहिष्कार पर हैं. इस कारण रोजाना 1000 से ज्यादा क्लासेज का नुकसान प्रतिदिन हो रहा है. इसका खामियाजा विद्यार्थियों को ही उठाना पड़ रहा है. विद्यार्थियों का कहना है कि एक ओर तो कोरोना काल में उनकी पढायी बाधित हुयी है वहीं दूसरी ओर अब क्लासेज नहीं होने से उनकी परेशानी बढ गयी हैं.
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ज्यादातर क्लासेज सहायक शिक्षकों के ही भरोसे
आरयू में कॉलेजों के विषयवार कक्षायें ज्यादातर सहायक प्राध्यापक ही लेते हैं. ऐसे में उनके कार्य बाहिष्कार करने से विद्यार्थियों की परेशानी बढ गयी है. 8 महीने से शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलने के कारण शिक्षकों मे काफी आक्रोश है बता दें कि आरयू के अंतर्गत कुल 600 शिक्षक हैं.
बैठक का भी नहीं हुआ था असर
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडे के साथ इनकी बैठक भी हुयी थी, लेकिन बैठक से किसी को भी कुछ हासिल नहीं हुआ. इसके साथ हीं कॉन्ट्रैक्ट प्रोफेसर ने विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षा से भी अपने आप को दूर कर लिया है. किसी भी कार्य में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हाथ नहीं बंटा रहे हैं.
क्या कहते हैं शिक्षक
शिक्षकों का कहना है कि राज्यपाल की तरफ से निर्देश दिए जाने के बाद भी विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग की ओर से कोई कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने कहा कि वेतन नहीं मिलने से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना गड़ रहा है. इसी कारण शिक्षक फिलहाल विश्वविद्यालय के काम से अपने आपको अलग कर रखा है.
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