Ranchi: ठंड के आगमन का अंदाजा कमर, जोडों, और पुरानी चोट पर अचानक उठे दर्द से ही लगाया जा सकता है. सर्द मौसम शुरू होते ही अक्सर कमर दर्द और पुराने चोटों के दर्द उभर आते हैं. बढ़ती उम्र के लोगों और बुजुर्गों में यह दिक्कत ज्यादा होती है. आम दिनों की तुलना में जाड़े में हड्डी रोग विषेशज्ञों के पास भीड़ ज्यादा नजर आती है.
इसे भी पढ़ें: कृषि कानून को लेकर पीएम मोदी का संबोधन, विपक्ष पर जमकर किया हमला, कहा- कृषि कानून पर ढाई दशक से हो रही चर्चा
जानें क्या है कारण
मां रामप्यारी ऑर्थो हॉस्पिटल के हड्डी रोग विषेशज्ञ डॉ एस.एन यादव बताते हैं- तापमान में कमी होने के कारण नसे सिकुड़ने लगती है. शरीर विटामिन D की कमी बोन डेंसिटी को कमजोर कर देती है साथ ही शरीर में मिनरल डिपोजिट की कमी के कारण भी हड्डियों और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है. इसके अलावा जोड़ों पर यूरिक एसिड जमा होने, कमजोरी, बासी खाना खाने, अपच होने औऱ तनाव भी इसका मुख्य कारण है. इस मौसम में गठिया के मरीजों को इस मौसम में ज्यादा खयाल रखना चाहिए.
दर्द नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी
ठंड में उठे दर्द को नजरअंदाज करना परेशानी पैदा कर सकता है. डॉक्टर यादव बताते हैं कि लोग अक्सर सर्दी में जोडों के दर्द को अनदेखा कर देते हैं पर वह आनेवाले समय में ज्यादा तकलीफ दे सकता है. इससे शारीरिक क्षमता पर भी असर पडता है. कई केस में हड्डियां टेढी हो जाती हैं. पैर, घुटने और कमर दर्द के दौरान आरामदायक फुटवेयर पहनना चाहिए. शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण जोड़ों में जकड़न हो जाती है और थोड़ी सी हलचल पर भी दर्द होने लगता है. इससे बचने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें: राजनैतिक तौर पर सरकार किसानों से मुकाबले को उतर चुकी है!
जंक फूड ट्रेंड ने बढ़ाई दिक्कतें, सही आहार है जरूरी
आज के युवा पीढी में भी जोड़ों और कमर का दर्द आम समस्या बन गई है. डॉक्टर एस.एन यादव का कहना है- फास्ट फूड के ट्रेंड ने लोगों को पौष्टिक आहार से दूर कर दिया है. बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द की दिक्कत एजिंग प्रोसेस के कारण होती है, लेकिन युवा पीढ़ी में यह परेशानी सही डाइट न लेने के कारण होती है. अपने आहार में संतरा, गाजर, दूध, मछली, मीट, अंडे, मूंगफली और ज्यादा प्रोटीन, विटामिन C, D और K वाली चीजों को शामिल करना चाहिए. हड्डियों को मजबूत रखने के लिए विटामिन D बेहद जरूरी होता है. यह विटामिन इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ वायरल संक्रमण से भी बचाने का काम करता है.