Bermo: बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के 500 मेगावाट क्षमता वाले ए प्लांट से बुधवार की सुबह से बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गयी. बिजली उत्पादन ठप होने के बाद नेशनल ग्रीड से प्लांट और कॉलोनियों में बिजली आपूर्ति शुरू की गयी है.
382 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा था
DVC सूत्रों ने बताया कि यूनिट के बॉयलर में ट्यूब लिकेज हो जाने के कारण प्लांट से बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गई. उस समय प्लांट से 382 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रही थी. विशेषज्ञ की देखरेख में यूनिट का बॉयलर का खोला जा रहा है. हालांकि बॉयलर गर्म रहने के कारण 24 घंटे के बाद ही ट्यूब लिकेज का मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा. सोमवार तक प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू होने की संभावना है. बताया जाता है कि ट्यूब लिकेज पहले ही हो गयी थी. लेकिन स्थानीय प्रबंधन मुख्यालय प्रबंधन को बगैर सूचना दिए ट्यूब लिकेज में ही पावर प्लांट को चला रहीं थी. इस कारण बॉयलर में तीन जगह पर ट्यूब लिकेज हो गयी.
इसे भी पढ़ें- बागबेड़ा में कोरोना का टीका लेने वालों के मोबाइल में नहीं आ रहा है मैसेज
डैम टूटने से काफी क्षति हुई थी
बता दें कि दो वर्ष पूर्व छाई डैम के टूट जाने के कारण काफी क्षति हुई थी. प्रबंधन इस बात को लेकर भी सतर्क है. DVC बोकारो थर्मल पावर प्लांट से जो छाई निकल रही है उसे डिस्पोजल करने की समस्या विकराल है. प्रबंधन के काफी मसक्कत के बाद भी छाई फेंकने की जगह नहीं मिल रही है. प्रबंधन छाई की समस्या को लेकर चिंतित है और प्लांट का शट डाउन लेने वाली थी. लेकिन इधर ट्यूब लीकेज हो गया. डीवीसी की बिजली बांग्लादेश के अलावा दिल्ली, मुंबई, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और झारखंड सहित रेलवे, कोल इंडिया, सेल, टाटा व जिदंल स्टील, दिल्ली डिस्कोम्स और निजी कल-करखानों को आपूर्ति की जाती है.
इसे भी पढ़ें- दीपक प्रकाश ने DSP प्रमोद मिश्रा के खिलाफ दर्ज कराया विशेषाधिकार हनन का मामला