New Delhi : सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर अपने अकाउंट के वेरिफिकेशन प्रोसेस अगले साल की शुरुआत में फिर शुरू करेगा. इसके तहत एक्टिव और ऑथेंटिक यूज़र्स के अकाउंट को ‘ब्लू टिक’ (blue tick) दिया जाता है. ट्विटर ने अपने सार्वजनिक वेरिफिकेशन प्रोग्राम (verification program) को तीन साल पहले रोक दिया था, क्योंकि उसे प्रतिक्रिया मिली थी कि कई लोगों को यह मनमाना और भ्रमित करने वाला लगा. हालांकि, ट्विटर ने विशेष मामलों में खातों को ब्लू टिक देने जारी रखे.
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ट्विटर ने ब्लॉग पोस्ट कर दी जानकारी
ट्विटर ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि ‘एक साल बाद हमने 2020 के अमेरिकी चुनाव के मौके पर सार्वजनिक बातचीत में ईमानदारी बनाए रखने के लिए इस काम को आगे बढ़ाया. माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म अब प्रक्रिया को फिर से शुरू कर रहा है और जनता से 24 नवंबर से 8 दिसंबर 2020 तक अपनी नई सत्यापन नीति के मसौदे पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा है. ब्लॉग में कहा गया है कि इस नीति के आधार पर भविष्य में सुधार किए जाएंगे कि सत्यापन का मतलब क्या है, सत्यापन के लिए कौन योग्य है और अधिक न्यायसंगत प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए क्यों कुछ खाते सत्यापन खो सकते हैं.
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6 तरह के अकाउंट की पहचान
ट्विटर ने कहा है कि हम 2021 की शुरुआत में एक नई सार्वजनिक आवेदन प्रक्रिया के साथ सत्यापन को फिर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं. प्रस्तावित नीति के अनुसार ट्विटर पर ब्लू वेरिफाइड बैज’ लोगों को बताता है कि यह सार्वजनिक हित का एक प्रामाणिक खाता है. ट्विटर ने कहा कि ब्लू टिक पाने के लिए खाता ‘उल्लेखनीय और सक्रिय’ होना जरूरी है. इसके तहत ट्विटर ने 6 तरह के अकाउंट की पहचान की है, जिसमें सरकार, कंपनियां, ब्रांड और गैर-लाभकारी संगठन, समाचार, मनोरंजन, खेल, सामाजिक कार्यकर्ता, आयोजक और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं.
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