Jamtara मिहिजाम थाना क्षेत्र के हिलरोड में मंगलवार (30 नवंबर) की संध्या करीब सात बजे दो साइबर आरोपियों को गिरफ्तार कर बंगाल ले जा रही पुलिस को जामताड़ा की पुलिस ने रोक दिया. दोनों राज्यों की पुलिस इस मामले में आमने-सामने हो गई. जामताड़ा पुलिस का कहना था कि जामताड़ा कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद ही गिरफ्तार आरोपी को ले जा सकते हैं. परंतु बंगाल पुलिस बिना ट्रांजिट रिमांड के ही दोनों आरोपियों को ले जाने की फिराक में थी. दरअसल करमाटांड़ थाना क्षेत्र के ओकरी छायटांड़ गांव से मंगलवार को ही रिजवान मियां व मंजीत कुमार मंडल की गिरफ्तारी हुई थी. दोनों पश्चिम बंगाल के गंगासागर स्थित सुंदरगढ़ साइबर सेल थाना के किसी मामले में वांछित थे. करमाटांड़ थाना के सहयोग से बंगाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.न इसके बाद बंगाल पुलिस ट्रांजिट रिमांड लेने की बात कहकर करमाटांड़ से दोनों आरोपियों को लेकर जामताड़ा पहुंची. लेकिन बंगाल पुलिस ने जामताड़ा पहुंचने के बाद इरादा बदल दिया. ट्रांजिट रिमांड के लिए न्यायालय में प्रस्तुत करने की बजाय मिहिजाम के रास्ते बंगाल की ओर निकल पड़े. जब यह जानकारी जामताड़ा पुलिस को हुई, तो आनन-फानन में पांच जगहों पर नाकेबंदी की गई. जैसे ही बंगाल पुलिस मिहिजाम के हिलरोड मोड़ पहुंची,तो मिहिजाम थाना की पुलिस ने उन्हें रोक लिया. स्थानीय पुलिस की सक्रियता देखकर बंगाल पुलिस को वापस मिहिजाम थाना लौटना पड़ा. फिलहाल दोनों आरोपियों को मिहिजाम थाना के हाजत में रखा गया है. उम्मीद है कि बंगाल पुलिस गिरफ्तार दोनों साइबर आरोपियों को जामताड़ा न्यायालय में पेश करेगी. इसके बाद न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेकर दोनों आरोपियों को सुंदरगढ़ ले जाएगी.
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