LagatarDesk : देश में महंगाई चरम पर है. पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने-पीने की चीजों के दाम में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. जिससे महंगाई दर उच्च स्तर पर पहुंच गयी है. जिसका हवाला देकर ग्लोईबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने 2022-23 में भारत के आर्थिक विकास दर ( India’s Economic Growth) के अनुमान को घटा दिया है. रेटिंग एजेंसी ने जीडीपी ग्रोथ रेट को 30 बेसिस पाइंट घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया है. पहले मूडीज ने जीडीपी ग्रोथ रेट 9.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. (बिजनेस की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
2023 में 5.4 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रहने का अनुमान
मूडीज ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि कच्चे तेल, फूड और फर्टिलाइजर की कीमतों में काफी उछाल आया है. जिसकी वजह से भारतीय की वित्तीय स्थिति से लेकर उनके खर्च करने की क्षमता पर असर पड़ेगा. हालांकि रेटिंग एजेंसी ने 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 5.4 फीसदी पर बनाये रखा है.
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2022 में महंगाई दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान
मूडीज के मुताबिक, 2022 में महंगाई दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है. जबकि 2023 में यह 5.2 फीसदी रह सकता है. बता दें कि मूडीज से पहले एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने भी भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को घटाया था. रेटिंग एजेंसी ने मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी 7.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. तो 2023- 24 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है. S&P के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 8.9 फीसदी रहा है.
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2022-23 में 5.7 फीसदी रहेगी महंगाई दर
बता दें कि आरबीआई ने 2022-23 में महंगाई दर 5.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई ने अचानक रेपो रेट बढ़ा दिया था. हालांकि आरबीआई जून में मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में नये सिरे से महंगाई दर का अनुमान जारी कर सकता है. आरबीआई जून में होनी वाली बैठक में फिर से रेपो रेट बढ़ा सकता है.
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