New Delhi : देश के 5 राज्यों की कई जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है. बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्य की जातियों को एसटी में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 13 जिले में गोंड को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है. हिमाचल प्रदेश की हट्टी जाति को भी एसटी में शामिल किया गया है. इस कदम से हट्टी समुदाय के लगभग 1.60 लाख लोगों को फायदा होगा. इसके अलावा छत्तीसगढ़ में बिंझिया समुदाय को भी एसटी सूची में जोड़ने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. तमिलनाडु की पहाड़ियों में रहने वाले सबसे वंचित और कमजोर समुदायों में से एक नारिकुरावर को भी आदिवासी सूची में जोड़ा गया है.
किस राज्य की कौन सी जाति एसटी में शामिल
1. छत्तीसगढ़- भारियाभूरिया, पांडो, धनवार, गदबा, गोंड, कोंध, कोडाकू, नगेसिया, धांगड़, सावर, बिंझिया.
2. उत्तर प्रदेश- यूपी के 13 जिलों में गोंड को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है. गोंड की 5 उपजाति (धुरिया, नायक, ओझा, पठारी, राजगोंड) को भी एसटी में शामिल किया गया.
3. हिमाचल प्रदेश- सिरमौर जिले के ट्रांस गिरि क्षेत्र का हट्टी समुदाय
4. तमिलनाडु- नारिकोरवन
5. कर्नाटक– काडू कुरुवा
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