Ranchi : निर्मला कॉलेज की हिस्ट्री की प्रोफेसर डॉ अंजना सिंह को बीते 3 मार्च को कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज से निकाल दिया था. इसको लेकर हिस्ट्री विभाग की छात्राएं बुधवार 15 फरवरी से हंगामा कर रही है. आज 16 मार्च को भी छात्राएं कॉलेज के मेन गेट के बाहर धरने पर बैठी हैं. छात्राएं वी वांट जस्टिस के नारे लगा रही हैं और कॉलेज से हटायी गयी प्रोफेसर को वापस लेने की मांग कर रही हैं. छात्राओं का कहना है कि जब तक डॉ अंजना सिंह को वापस नहीं लिया जाता, तब तक वो धरने पर बैठी रहेंगी. धरना पर बैठे छात्राओं ने बताया कि 28 मार्च से उनकी परीक्षा है. (पढ़ें, चतरा : बाल विकास परियोजना कार्यालय की पर्यवेक्षिका को हजारीबाग ACB ने घूस लेते किया गिरफ्तार)
प्रोफेसर को निकालने का कारण बताये मैनेजमेंट
छात्राओं का कहना है कि कॉलेज मैनेजमेंट बताये कि डॉ अंजना सिंह को क्यों निकाला गया है. अगर कॉलेज प्रबंधन के पास प्रोफेसर को निकालने का कोई कारण नहीं है तो उन्हें तुरंत वापस लिया जाये. छात्राओं ने बताया कि पिछले 2 साल में 12 शिक्षकों को कॉलेज प्रशासन ने हटाया है. जिसकी वजह से हमारी पढ़ाई भी बाधित हो रही है. आगामी 28 मार्च से हमारी परीक्षा है. अगर पढ़ाई नहीं होगी तो हम परीक्षा कैसे देंगे. डॉ अंजना सिंह पूरी तरह निर्दोष है, इसलिए उन्हें वापस लेना होगा.
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5 विद्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल को मिलने बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आये- प्रिंसिपल
निर्मला कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर सिस्टर ज्योति ने कहा कि निर्मला कॉलेज के सभी विद्यार्थी हड़ताल कर रहे हैं, यह कहना गलत है. कॉलेज के मेन गेट के बाहर धरने पर इतिहास विभाग की 200-250 छात्राएं बैठी हैं. बाकी विद्यार्थियों की शांतिपूर्ण कक्षाएं चल रही है. परीक्षा की तैयारी भी चल रही है. हमने विद्यार्थियों से लिखित कंप्लेन भी मांगा और 5 विद्यार्थियों के प्रतिनिधिमंडल को मिलने बुलाया, लेकिन उन लोगों ने मिलने से इनकार कर दिया.
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अक्टूबर 2022 से ही प्रोफेसर को नोटिस देकर मांगा जा रहा था जवाब
डॉक्टर सिस्टर ज्योति ने कहा कि बच्चे जो कर रहे हैं, वह गलत है. बच्चे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी कक्षाएं में जाएं और अपनी पढ़ाई को शुरू करें. प्रोफेसर को निकालने का मामला कॉलेज मैनेजमेंट है, इन विद्यार्थियों का नहीं. डॉ अंजना सिंह के खिलाफ बहुत सारे कंप्लेन आये थे. जिसके जांच के लिए कमेटी बनायी गयी और डॉ अंजना सिंह को अपना पक्ष रखने के लिए अक्टूबर 2022 से ही नोटिस दिया जा रहा था. लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया. डॉ अंजना सिंह ने कहा कि मैं हाईकोर्ट में अपना जवाब दूंगी.
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