New York : कोरोना वायरस महामारी के मामलों में तेजी आने के बाद पाबंदियों की आशंका में अमेरिका के शेयर बाजार बुधवार को 3.5 प्रतिशत तक गिर गये. कोविड-19 के मामले बढ़ने के बाद यूरोप में नयी पाबंदियां लगायी गयी हैं. इसके बाद अब अमेरिका में भी पाबंदियां लगाये जाने की आशंका बढ़ गयी है.
बुधवार को डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 943 अंक की गिरावट रही. इसी तरह एसएंडपी 500 में 5.6 प्रतिशत की गिरावट रही. यह एसएंडपी की जून के बाद की सबसे बड़ी और लगातार तीसरे दिन की गिरावट रही.
एसएंडपी में छह माह में सबसे बड़ी गिरावट आयी
एसएंडपी में इस सप्ताह अभी तक 5.6 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है. यह मार्च के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है. तब महामारी के पहली लहर के चलते दुनिया भर में पाबंदियां लगायी जा रही थीं. इसके कारण विश्व भर के बाजारों में मंदी का दौर था. बुधवार को एसएंडपी 500 में 119.65 अंक की गिरावट रही और यह 3,271.03 अंक पर आ गया. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज भी 943.24 अंक यानी 3.4 प्रतिशत गिरकर 26,519.95 अंक पर बंद हुआ. नासडैक कंपोजिट इंडेक्स 426.48 अंक यानी 3.7 प्रतिशत लुढ़ककर 11,004.87 अंक पर रहा. एसएंडपी 500 में चौतरफा बिकवाली हुई और इसके 96 प्रतिशत शेयरों में गिरावट देखने को मिली. इस बीच अमेरिकी क्रूड 5.7 प्रतिशत गिरकर 37.39 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. ब्रेंट क्रूड भी 5.4 प्रतिशत गिरकर 39.12 डॉलर प्रति बैरल पर रहा.
कोरोना रोकने के लिए किये गये उपाय से बाजार में आयी गिरावट
यूरोप में महामारी पर लगाम लगाने के लिये नये उपाय किये जाने से बाजार में गिरावट आयी है. इसका असर अमेरिका के भी बाजार पर हुआ. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिये नयी पाबंदियां लगाने की घोषणा की है. जर्मनी में भी सरकार ने एक महीने के लिये आंशिक लॉकडाउन लगाया है.
अमेरिका में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
अमेरिका में लगभग सभी राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण के नये मामले बढ़ रहे हैं. इसके कारण मरने वालों तथा अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इससे इस बात की आशंका बढ़ गयी है कि अमेरिका में फिर से सख्त पाबंदियां लगायी जा सकती हैं.